सरकार कार्यक्रमों से पूर्व प्रधानमंत्रियों के नाम न हटाये : कांग्रेस
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती 20 अगस्त पर मनाये जा रहे सदभावना दिवस से उनके नाम हटाये जाने का मुद्दा कांग्रेस सदस्यों ने आज राज्यसभा में उठाया
नयी दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती 20 अगस्त पर मनाये जा रहे सदभावना दिवस से उनके नाम हटाये जाने का मुद्दा कांग्रेस सदस्यों ने आज राज्यसभा में उठाया और मोदी सरकार से कांग्रेस नेताओं के नाम से जुड़ें कार्यक्रमों के नामों में किये गये परिवर्तन को तत्काल समाप्त करने की मांग की।
कांग्रेस की छाया वर्मा ने इस मुद्दे को उठाया और कहा कि 20 अगस्त को सदभावना दिवस मनाया जाता है और उसके लिए सभी कार्यक्रमों के बैनर और पोस्टर पर राजीव गांधी का नाम एवं फोटो लगाया जाता था लेकिन मोदी सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री का नाम और फोटाे को हटा दिया है और अब सिर्फ सदभावना दिवस लिखा जाता है।
इस पर सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद और कांग्रेस सदस्य आनंद शर्मा ने भी कड़ी नाराजगी जतायी। शर्मा ने कहा कि यह सरकार ऐसे लोगों के नामों पर कार्यक्रम शुरू कर रही है जिनका इस देश के निर्माण एवं आजादी से कोई लेना देना नहीं था। सिर्फ उनका सत्तारूढ पार्टी से दरकार था। आजाद ने कहा कि जिन लोगों ने देश को आजादी दिलायी और देश की सेवा की , उनके नाम पर कार्यक्रम शुरू किये गये थे लेकिन मोदी सरकार ने कार्यक्रमों से उनके नाम हटा दिये हैं।
उन्होंने कहा कि देश की एकता एवं अखंडता की रक्षा करने पर राजीव गांधी की जान गयी थी। कांग्रेस के नेताओं ने देश के लिए बलिदान दिया और उनके नाम पर कार्यक्रमों के नाम रखे गये। लेकिन मोदी सरकार ने जानबूझकर कार्यक्रमों से उनके नाम हटा दिये हैं और ऐसे लोगों के नाम पर कार्यक्रम शुरू कर रही है जिनका इस देश की आजादी और निर्माण से कोई लेनादेना नहीं था। इस पर संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सरकार इससे इत्तेफाक नहीं रखती है। सारे कार्यक्रम एक परिवार और एक राजनीतिक दल के नेताओं के नाम पर शुरू नहीं किये जा सकते हैं।


