मेयर ने साधा मोर्चा कहा आप महिला विरोधी, आप ने मोदी सरकार में भ्रष्टाचार का लगाया आरोप
उत्तरी दिल्ली की महापौर सुश्री प्रीति अग्रवाल ने आज कहा कि आम आदमी पार्टी ये साबित करे कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा दिए रात्रिभोज का बिल अदा किया गया है

नई दिल्ली। उत्तरी दिल्ली की महापौर सुश्री प्रीति अग्रवाल ने आज कहा कि आम आदमी पार्टी ये साबित करे कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा दिए रात्रिभोज का बिल अदा किया गया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को या तो इन आरोपों को साबित करना चाहिए या तुरंत इस तरह के आरोप लगाने के लिए माफी मांगनी चाहिए।
सुश्री अग्रवाल ने कहा कि वे अधिकारियों द्वारा मई 2017 में किये गए भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रही है इसके संबंध में उन्होंने कई एजेंसियों को पत्र भी लिखा है। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई करने के कारण ऐसे अधिकारियों द्वारा आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर झूठे आरोप मेरे खिलाफ फैलाए जा रहे है। आम आदमी पार्टी महिला विरोधी पार्टी है यहां तक श्री केजरीवाल द्वारा उनकी पार्टी में महिलाओं को प्रतिनिधित्व का मौका भी नहीं दिया जाता। इसीलिए दिल्ली में महिला नेतृत्व को कमजोर करने और मेरी छवि खराब करने के लिए इस तरह के आरोप मुझ पर लगाए जा रहे है।
सुश्री अग्रवाल ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी द्वारा जो उनके खिलाफ पोस्टर लगाए गए है वे श्री अरविंद केजरीवाल की रणनीति का हिस्सा है जिसके तहत वे किसी भी महिला को राजनीति में आगे बढऩे पर हतोत्साहित कर सकें।
महापौर ने कहा कि यदि श्री केजरीवाल व उनकी पार्टी द्वारा उनके खिलाफ किये गए इस कृत्य के लिए माफी नहीं मांगी जाती तो वे इस संबंध में न्यायालय में मानहानि का मुकदमा दायर करेंगी।
दूसरी ओर आम आदमी पार्टी ने प्रेस वार्ता कर कहा कि दिल्ली में बीजेपी की मेयर प्रीति अग्रवाल के भ्रष्टाचार से जुड़े कुछ अहम दस्तावेज़ और सुबूत सामने आए हैं। उम्मीद है कि इतने बड़े सुबूत सामने आने के बाद बीजेपी उनके ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई करेगी।
पार्टी के प्रवक्ता दिलीप पांडे ने कहा कि ज़ाहिर है कि मोदी राज में घोटालेबाजों की जमकर मौज चल रही है।एक तरफ़ जहां पीएनबी बैंक में हुए 11 हजार करोड़ के घोटाले से देश पीडि़त हैए तो दूसरी तरफ मोदी जी मौन हैं। विजय माल्या हज़ारों करोड़ का लोन लेकर भाग जाते हैं तो भी बीजेपी मौन रहती है। अब बीजेपी की मेयर के ख़िलाफ़ पुख्ता सुबूत मिले हैं जो उन्हें भ्रष्ट साबित करने के लिए काफ़ी हैं।
उन्होंने कहा कि निगम के एक बड़े अधिकारी ने अपने ख़त के जरिए निगम के कमिश्नर को मेयर प्रीति अग्रवाल की शिकायत की थी कि जब एक टेंडर प्रक्रिया में बोली लगाने वाली कम्पनियों की स्क्रूटनी चल रही थी तो मेयर साहिबा ज़बरदस्ती उस कमरे में दाखिल हो जाती हैं, जिसमें वो सरकारी काम चल रहा था और प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास किया।


