प्रधानमंत्री की सुरक्षा से जुड़े मामले की बारीकी से जांच होनी चाहिए: कांग्रेस
कांग्रेस ने आज कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा से जुड़े मामले काे गंभीरता से लेकर इसकी बारीकी से जांच होनी चाहिए और इस पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए

नयी दिल्ली। कांग्रेस ने आज कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा से जुड़े मामले काे गंभीरता से लेकर इसकी बारीकी से जांच होनी चाहिए और इस पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए।
AICC Press briefing by @Pawankhera on the irresponsible statements by PM Modi during the Gujarat elections last year. https://t.co/gnBkpGZbe0
— Congress (@INCIndia) June 9, 2018
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में पुलिस ने दो दिन पहले पांच लोगों को गिरफ्तार किया था और उन्हें नक्सली बताकर न्यायालय में पेश किया गया था। पुलिस ने इनमें से एक के पास से एक पत्र बरामद होने का दावा किया है जिसमें राजीव गांधी हत्याकांड जैसी घटना को अंजाम देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करने का संकेत दिया गया है। केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले का आरोप है कि गिरफ्तार किये गये सभी लोग दलित हितों के लिए काम करने वाले कार्यकर्ता है और उन्हें नक्सली बताकर फंसाया जा रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने यहां पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा संवेदनशील मामला है और इसे बहुत गंभीरता से लिया जाना चाहिए और इसकी बारीकी से जांच होनी चाहिए। कांग्रेस आतंकवाद, नक्सलवाद और उग्रवाद की पीड़ा को बखूबी समझती है। पार्टी ने महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सरदार बेअंत सिंह, विद्याचरण शुक्ल, नंद कुमार पटेल और अन्य कई नेताओं का बलिदान दिया है।
प्रवक्ता ने कहा कि केंद्र सरकार के मंत्री रामदास अठावले कहते हैं कि दलित हितों के लिए काम करने वाले लोगों को गिरफ्तार किया गया है और महाराष्ट्र सरकार उन्हें माओवादी करार दे रही है। इस मामले में सचाई क्या है यह सबके सामने आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। भीमापुर गांव में हर साल लोग शांतिपूर्णढंग से शौर्य दिवस मनाते हैं। यह कार्यक्रम वहां वर्षों से हर साल आयोजित किया जाता रहा है। यदि केंद्रीय मंत्री सही बोल रहे हैं तो दलितों हितों के लिए काम करने वाले लोगों को फंसाया नहीं जाना चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होनी चाहिए।


