सरकार का मुख्य ध्येय मानवता की सेवा होनी चाहिए: रघुवर दास
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अंत्योदय को विकास का आधार बनाने की अपील करते हुये आज कहा कि मानवता की सेवा ही एकात्म मानववाद है

रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अंत्योदय को विकास का आधार बनाने की अपील करते हुये आज कहा कि मानवता की सेवा ही एकात्म मानववाद है।
दास ने यहां जनसंवाद के बाद सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, सचिव तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के जिला दंडाधिकारियों, एवं एलईडी के माध्यम से पूरे राज्य मे हो रहे सीधे प्रसारण से झारखंडवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि विकास का आधार अंत्योदय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मानवता की सेवा की एकात्म मानववाद है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र या राज्य की सरकार का मुख्य ध्येय मानवता की सेवा होनी चाहिए। आयुष्मान भारत मानवता की सेवा का पर्याय है। उन्होंने कहा कि सभी जिले के उपायुक्त यह सुनिश्चित करें कि आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिलने में आम जनता को किसी भी तरह की परेशानी न हो। नई व्यवस्था है; थोड़ी कठिनाई हो सकती है।
आलोचना भी होगी लेकिन इन सबसे बिना विचलित हुए काम करें। उन्होंने कहा कि विश्व की सबसे बड़ी योजना की शुरुआत झारखंड से हुई है इसलिये हमारी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है।
दास ने कहा कि 29 सितंबर तक सभी उपायुक्त अपने जिले के अस्पतालों के प्रबंधकों के साथ बैठक कर लॉगइन आईडी और पासवर्ड की तथा आरोग्य मित्र एवं मेडिकल को-ऑर्डिनेटर मुद्दों पर सबके संदेह दूर कर लें। उन्होंने कहा कि आरोग्य मित्र एवं मेडिकल को-ऑर्डिनेटर का व्यवहार भी जनता के साथ किस प्रकार का हो यह भी प्रशिक्षित किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता जिस निबंधित सरकारी या निजी अस्पताल में इलाज कराना चाहें वह करा सकती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी जनसंपर्क अधिकारी प्रति दिन इसकी निगरानी करेंगे और मुख्यालय को रिपोर्ट करेंगे कि एलईडी वैन द्वारा किन-किन ग्रामीण क्षेत्रों में आयुष्मान भारत के तहत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का प्रचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा प्रत्येक परिवार को भेजे जाने वाला पत्र जिला में प्राप्त होते ही 48 घंटे के भीतर सभी पंचायत में समारोह आयोजित कर सभी परिवारों को दिया जाए।
इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग की प्रधान सचिव निधि खरे ने कहा कि लोगों को आयुष्मान भारत योजना के तहत मिलने वाली सुविधा उपलब्ध कराने के लिए अबतक 218 सरकारी और 139 निजी अस्पताल निबंधित किये गए हैं। उन्होंने सभी उपायुक्तों को कहा कि वे आयुष्मान भारत के तहत सभी निबंधित अस्पताल सड़क पर साइनेज लगाएं ताकि सबको जानकारी हो सके।
खरे ने बताया कि 1000 से अधिक गोल्डेन कार्ड बन गए हैं तथा इसके लिए अस्पताल में कतार देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि उपायुक्त यह भी सुनश्चित कराएं कि इंटरनेट कनेक्टिविटी और अन्य सुविधा बनी रहे। किसी भी नागरिक को कम से कम प्रतीक्षा करनी पड़े।


