Top
Begin typing your search above and press return to search.

हरियाणा में भारत बंद का रहा मिला जुला असर 

देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी के खिलाफ कांग्रेस पार्टी, वामपंथी दलों समेत विपक्षी दलों के बंद का हरियाणा में मिला जुला असर रहा जबकि हिसार, फतेहाबाद और हांसी में कोई असर दिखा

हरियाणा में भारत बंद का रहा मिला जुला असर 
X

हिसार। देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी के खिलाफ कांग्रेस पार्टी, वामपंथी दलों समेत विपक्षी दलों के बंद का हरियाणा में मिला जुला असर रहा जबकि हिसार, फतेहाबाद और हांसी में कोई असर दिखाई नहीं दिया ।

इन शहरों में बाजार और सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान पूर्ण रूप से खुले रहे। हिसार में कांग्रेस के कुछ गिने चुने नेताओं व कार्यकर्ताओं ने बाजारों में पहुंचकर दुकानदारों से हाथ जोड़कर दुकानें बंद करने का अनुरोध किया जिसका दुकानदारों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा और दुकानें खुली रही। जिला हिसार के शहर बरवाला में केवल आधे घंटे के लिए 10 प्रतिशत दुकानें ही बंद रही।

हांसी में भी कुछ गिने चुने कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आटो मार्केट में जमा होकर प्रदर्शन किया गया, लेकिन यहां भी सभी दुकानें और बाजार खुले रहे। फतेहाबाद में भी जहां बाजार और दुकानें खुले रहे, वहीं कांग्रेस की गुटबाजी एक बार फिर खुलकर सामने आ गई। फतेहाबाद जिले के कस्बा भट्टू में बंद का अच्छा खासा असर जरूर देखने को मिला।

कांग्रेसियों के आने पर दुकानदार दुकानों के शटर गिरा लेते, लेकिन उनके चंद कदम आगे जाते ही दुकानें फिर खुल जाती। कांग्रेस के इस देशव्यापी बंद में भी नेताओं की गुटबाजी सरेआम नजर आई। फतेहाबाद में प्रदर्शन के दौरान दुड़ाराम, प्रहलाद सिंह गुट ने दूरी बनाए रखी तो टोहाना में हुड्डा गुट का कोई बड़ा नेता इस आन्दोलन में नजर नहीं आया।

वहीं रतिया में भी केवल प्रदेश कांग्रेसध्यक्ष अशोक तंवर समर्थक ही बंद करवाते नजर आए और पूर्व विधायक जरनैल सिंह ने इस बंद से दूरी बनाए रखी। टोहाना में कांग्रेस व वामपंथी नेताओं की बंद की अपील का असर भी केवल एक घंटे तक ही रहा और उसके बाद सभी दुकानें खुल गई।

फतेहाबाद जिले के भट्टू मंडी में पहली बार कांग्रेस की एकजुटता तथा भाकपा के जोश के आगे बंद का यहां पूरा असर रहा। सुबह ही कांग्रेस के तीनों गुटों के कार्यकर्ता आपसी गुटबाजी को छोड़कर एक मंच पर आ गए। मार्केट कमेटी के सामने पहले माकपा तथा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने धरना देकर बढ़ती महंगाई सहित अनेक मुद्दों को लोगों के सामने रखा। कांग्रेस के अनेक नेताओं ने दुकान- दुकान जाकर बंद का आह्वान किया। दुकानदारों ने भी इस बंद में अपना समर्थन देते हुए दुकानों के शटर डाउन कर दिए।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it