राज्यसभा में ममता के खिलाफ टिप्पणी की केंद्र सरकार ने निंदा की
संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज राज्यसभा में कहा कि यदि भाजपा के किसी नेता ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की है तो सरकार उसकी निंदा करती है
नयी दिल्ली। संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज राज्यसभा में कहा कि यदि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के किसी नेता ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की है तो सरकार उसकी निंदा करती है और राज्य सरकार इस मामले में उचित कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है।
तृणमूल कांग्रेस के सुखेन्दु शेखर राय ने आज सदन में यह मामला उठाते हुए कहा कि भाजपा के एक नेता ने कहा है कि यदि कोई पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री का सिर काटकर लाता है तो वह उन्हें 11 लाख का ईनाम देंगे।
उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि इस नेता को भाजपा का समर्थन हासिल है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा धर्म के नाम पर आतंक फैला रही है। तृणमूल सदस्य ने मांग की कि केन्द्र सरकार को इस मामले की कड़े शब्दों में निंदा करनी चाहिए।
कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने उनका समर्थन करते हुए इस मामले की निंदा की। श्री नकवी ने कहा कि यदि किसी नेता ने इस तरह की टिप्पणी की है तो सरकार इसकी कड़े शब्दों में निंदा करती है और राज्य सरकार इस मामले में उचित कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है।
बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती ने कहा कि केन्द्र सरकार को इस मामले की केवल निंदा करने के बजाय इस नेता के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए । कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने कहा कि खुद प्रधानमंत्री को इस मामले का संज्ञान लेकर निंदा करनी चाहिए।
सपा की जया बच्चन ने कहा कि आप गायों को तो बचा सकते हैं लेकिन एक महिला मुख्यमंत्री की रक्षा नहीं की जा सकती। भाजपा की रूपा गांगुली ने कहा कि वह भी महिला है लेकिन उन्हें उनके ही राज्य में एक पार्टी के 70 कार्यकर्ताओं ने पीटा, इसका जवाब कौन देगा।
उप सभापति पी जे कुरियन ने कहा कि सरकार ने कह दिया है कि यदि इस तरह का मामला हुआ है तो राज्य सरकार कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था राज्य का विषय है और राज्य सरकार को इस मामले में उचित कार्रवाई करनी चाहिए ।


