राजस्व वसूली में जिले को प्रथम बनाने का लक्ष्य
जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि राजस्व प्राप्ति के दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण जनपद है
ग्रेटर नोएडा। जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि राजस्व प्राप्ति के दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण जनपद है अत: करकरेत्तर एवं राजस्व प्राप्ति से सम्बन्धित जो भी विभाग है उनके अधिकारियों द्वारा राजस्व लक्ष्यों को पूर्ण करने की कार्ययोजना अभी से बनाकर तैयार कर ले और उसके अनुरूप प्रत्येक माह राजस्व लक्ष्यों को पूरा कराने की कार्यवाही की जाए ताकि प्रदेश सरकार को अधिक से अधिक राजस्व इस जनपद से प्राप्त हो और यह जनपद राजस्व प्राप्ति में प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहे।
जिलाधिकारी कलेक्टे्रट के सभागार में इस सम्बन्ध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए स्टाम्प, वाणिज्यकर, आबकारी, परिवहन, खनन, विद्युत, सिंचाई, राजस्व आदि सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों की समीक्षा एवं अनुश्रवण कर आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे थे। उन्होनें कहा कि विगत वर्ष जिन विभागों की प्रगति संतोषजन नहीं रही है उनके द्वारा इस वर्ष के लिए और अधिक परिश्रम करने की आवश्यकता होगी| अत: उनके द्वारा अपनी कार्य योजना तैयार कर उसे अन्तिम रूप प्रदान किया जाए ताकि विभागीय लक्ष्य समय बद्धता के साथ पूर्ण हो सके। उन्होंनें राजस्व कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि आरसी के सापेक्ष राजस्व वसूली का कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ अधिकारियों द्वारा किया जाए वहीं दूसरी ओर राजस्व वादों का निस्तारण भी दायरे एवं पुराने वादों को प्राथमिकता के साथ निस्तारण किया जाए।
राजस्व न्यायालयों में उन्होनें गुण्डा एक्ट की कार्यवाही की भी समीक्षा की और इस दिशा में आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होनें आडिट आपत्तियों के सम्बन्ध में भी आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिये। डीएम ने कहा कि लम्बित सभी संदर्भो के निस्तारण की कार्यवाही भी सभी अधिकारियों के द्वारा समय सीमा के तहत की जाए। उन्होंने जनपद में गेहंू खरीद के सम्बन्ध में निर्देश देते हुए कहा कि सभी सेन्टर्स पर अधिक से अधिक किसानों के गेहंू की खरीद हो इसके लिए सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा भ्रमण करते हुए किसानों को जागरूक किया जाए और सेंटरों पर मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी दी जाए ताकि प्रत्येक किसान गण सरकारी क्रय केंद्र पर ही अपने गहंू की बिक्री करें।
इसके उपरान्त जिलाधिकारी द्वारा अभियोजन कार्यों एवं कानून व्यवस्था के सम्बन्ध में भी समीक्षा करते हुए अधिकारियों का आहवान किया कि उनके द्वारा संचालित वादों में इस प्रकार से अभियोजन कार्य किया जाए जिससें अधिक से अधिक मुलजिमों को सजा प्राप्त हो सकें।


