आरक्षण विधेयक का अब सामान्य वर्ग ने किया विरोध
76 प्रतिशत आरक्षण योग्यता का अपमान, 50 प्रतिशत से ऊपर वोट बैंक की राजनीति

रायपुर। आरक्षण विधेयक फिलहाल राजभवन में अटका हुआ है। आरक्षण को लेकर भाजपा कांग्रेस दोनों एक दूसरे पर लगातार हमलावार हैं। अब इस आरक्षण विधेयक को लेकर सामान्य वर्ग ने बैठक की है। उन्होंने इस विधेयक का विरोध करते हुए कहा है कि 76 प्रतिशत आरक्षण योग्यता का अपमान है। साथ ही उन्होंने कहा की 50 प्रतिशत आरक्षण की सीमा से उन्हें आपत्ति नहीं है, लेकिन इससे अधिक सीमा करना केवल वोट बैंक की राजनीति है। यह राज्य के सामाजिक सौहार्द को बिगाडऩे का काम करेगा।
रविवार को सामान्य वर्ग के अनेक संगठनों ने भीमसेन भवन में बैठक रखी थी। जिसमें ब्राह्मण समाज,क्षत्रिय समाज,सिंधी समाज,जैन समाज और वैश्य समाज के प्रतिनिधि शामिल हुए। इन सारे समाज के लोग 76प्रतिशत आरक्षण विधेयक को लेकर नाराज हैं। बैठक में सामान्य वर्ग संगठन के प्रतिनिधियों ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार 50 प्रतिशत आरक्षण उचित है। इस सीमा में एस टी एस सी, समेत ओबीसी वर्ग भी शामिल हो सकते हैं।
इसके बाद बची हुई 50 प्रतिशत की सीमा ओपन फॉर ऑल होना चाहिए। जिसमें सारे वर्ग भागीदार बन सकें। सामान्य वर्ग हित सुरक्षा संगठन के वेद राजपूत ने कहा कि 76 फीसदी आरक्षण लागू होने के बाद सभी वर्गों को नुकसान होगा। साथ ही दूरगामी दृष्टि से पूरे प्रदेश का नुकसान होगा। इससे योग्यता को अवसर नहीं मिल पाएगा।
सामान्य वर्ग के प्रतिनिधियों ने एक साथ सहमत होकर कहा कि यह आरक्षण पूरी तरह असं??वेधानिक है। यह केवल एक चुनावी जुमला है। साथ ही वोट बैंक की राजनीति के लिए इसे लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह विधेयक समाज में विभाजन कार्य सिद्ध होगा। साथ ही इसका भविष्य में भी विरोध किया जायेगा।


