फर्जी निवास प्रमाण पत्र मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनाने का मामला प्रकाश में आने पर उसकी जांच पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को सौंप दी है
हमीपुर। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनाने का मामला प्रकाश में आने पर उसकी जांच पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को सौंप दी है। पुलिस सूत्रों ने आज यहां बताया कि फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनाने का एक गिरोह कई साल से काम कर रहा है। फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनाकर सेना में नौकरी कर 90 से अधिक जवान जांच के घेरे में आ गये है। हालाकि इस मामले की जांच शासन ने एसटीएफ को सौंप दी है।
उन्होंने बताया कि फर्जी निवास प्रमाण पत्र कुरारा, सुमेरपुर, ललपुरा, हमीरपुर कोतवाली में पाये गये है। जिन लोगों ने फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनाया है वह दूर दराज जिलाें के बताये गये है। जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। जिसमें शासन ने यह मामला एसटीएफ को सौंप दिया है। चार दिन पहले एसटीएफ ने मामले की पूरी जानकारी ली है।
पुलिस का कहना है कि करीब तीस गांव में ग्राम प्रधानों ने संबंधित व्यक्ति के फर्जी ढंग से गांव में रहने के लिये प्रमाण पत्र बना दिये है। कई लोगों ने आधार कार्ड फर्जी ढंग से बनवाकर निवास प्रमाण पत्र बनवा लिया है। पुलिस का मानना है कि पिछले दिनों लखनऊ में फर्जी ढंग से आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ था उसी गिरोह के तार जुडे हुए है। इस मामले में कई ग्राम प्रधानों पर गांज गिर सकती है ।


