बरनारा नहर का सपना पूरा, स्वीकृति की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों के चेहरे पर छाई खुशी
इस बार लोक सुराज में ग्राम देवकट्टा एवं समीपस्थ गाँवों के किसानों का बरसों का सपना पूरा होने की राह खुल गई

राजनांदगांव। इस बार लोक सुराज में ग्राम देवकट्टा एवं समीपस्थ गाँवों के किसानों का बरसों का सपना पूरा होने की राह खुल गई। गाँव वालों ने इस बार सुराज में बरनारा व्यपवर्तन पोषक नहर कार्य की माँग की थी।
डोंगरगढ़ विकासखंड के देवकट्टा स्थित समाधान शिविर में कलेक्टर से गाँव वालों ने पुन: इस माँग को रखा। कलेक्टर भीम सिंह ने जानकारी दी कि बरनारा नहर को इस बार बजट में शामिल कर लिया गया है और प्रशासकीय स्वीकृति के लिए भेजा गया है। बरनारा नहर के बन जाने से 415 हेक्टेयर में सिंचाई हो सकेगी। शिविर में 10 पंचायतों से लोक सुराज के प्रथम चरण में 3620 आवेदन आए थे जिनमें सभी का निराकरण कर दिया गया।
इस मौके पर विधायक श्रीमती सरोजनी बंजारे एवं अतिथियों ने देवकट्टा सरपंच श्रीमती मीरा पटेल को सौभाग्य योजनान्तर्गत पूर्ण विद्युतीकृत गाँव होने का सर्टिफिकेट भी प्रदान किया। साथ ही आवेदकों को नये राशन कार्ड एवं ऋण पुस्तिका का आबंटन भी किया।
शिविर में जिले के प्रभारी सचिव एमके त्यागी ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने समाधान शिविरों में मौजूद आवेदकों से उनके आवेदनों के निराकरण के संबंध में बातचीत की। त्यागी ने बताया कि लोक सुराज अभियान में आपके बहुत संख्या में आवेदन आए और सबका सकारात्मक निराकरण करने का प्रयास किया गया है।
सौभाग्य योजना के माध्यम से सभी घरों में बिजली पहुँचाई जा रही है। इस बार सूखे की स्थिति को देखते हुए पेयजल संकट को लेकर विशेष कार्य किया जा रहा है। साथ ही प्रधानमंत्री आवास जैसी माँगें भी आ रही हैं जिन्हें चरणबद्ध रूप से पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिन ग्रामीणों ने लोक सुराज अभियान में आवेदन नहीं भी दिया है। वे भी अपने आवेदन दे सकते हैं। शिविर में रीवागहन के ग्रामीणों ने एक सप्ताह से मनरेगा में काम नहीं होने की शिकायत की।
कलेक्टर ने कहा कि इस बार सूखे के संकट को देखते हुए केवल ग्राम पंचायत ही नहीं आश्रित गाँवों में भी मनरेगा के काम चलते रहने चाहिए। इसमें थोड़ी सी भी अवधि के लिए विराम नहीं लगना चाहिए। उल्लेखनीय है कि देवकट्टा शिविर में 114 नये राशन कार्ड जारी किए गए एवं 195 हितग्राहियों का नाम भी शामिल किया गया। शिविर में एसडीएम श्रीमती प्रेमलता चंदेल, सीईओ वीरेंद्र सिंह, अधीक्षण यंत्री अविनाश सोनेकर एवं सहायक संचालक नीरज शाह सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने कहा कि सभी ग्राम पंचायतों में अगले तीन महीनों के भीतर स्मार्ट कार्ड निर्माण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा, इसके लिए ग्राम पंचायतों में मुनादी भी कराई जाएगी तथा पंचायत कार्यालयों में भी इस संबंध में दीवार लेखन कराया जाएगा। कलेक्टर ने उज्ज्वला योजना के हितग्राहियों से इसे पूरी तरह उपयोग में लाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इस माध्यम से समय तो बचता ही है धुँए से भी बचत होती है जिसका स्वास्थ्य संबंधी बेहद नुकसानदेह प्रभाव होता है।


