उत्तराखंड के विकास बिष्ट की प्रतिभा का कायल हुआ गूगल
उत्तराखंड के युवक विकास बिष्ट ने सर्च इंजन गूगल की खामियों को उजागर करके उसके विशेषज्ञों को भी अचंभित किया है

नैनीताल। उत्तराखंड के युवक विकास बिष्ट ने सर्च इंजन गूगल की खामियों को उजागर करके उसके विशेषज्ञों को भी अचंभित किया है और गूगल ने भी विकास की प्रतिभा का लोहा मानते हुए उसे अपने सिक्योरिटी प्रोग्राम से जुड़ने का आमंत्रण दिया है।
उत्तराखंड में पिथौरागढ़ जिले के छोटे कस्बे मिर्थी के एक सामान्य परिवार के युवा विकास ने बताया कि 14 नवम्बर को उसका ध्यान गूगल के कैगिलडाॅटकाॅम नामक वेबसाइट पर क्रापसाइट स्क्रिप्टिंग की गलती की ओर गया। उसने इस गलती को पकड़ने के बाद गूगल का ध्यान इस ओर दिलाया और इसे गूगल की सिक्योरिटी साइट पर भेज दिया।
गूगल की एडबरडो गूगल सिक्योरिटी विशेषज्ञों ने गलती को देखा और सही पाया। विकास ने बताया कि गूगल की गलती ढूंढने वालों में वह प्रदेश का पहला व्यक्ति हैं और गूगल ने इसी आधार पर उन्हें बलनरेबिलिटी रिवार्ड प्रोग्राम के तहत हाॅल आफ फेम में 322वीं रैंक प्रदान की है। उसने बताया कि गूगल ने उन्हें अपने सिक्योरिटी प्रोग्राम से जुड़ने का आमंत्रण भी दिया है तथा इसके साथ ही विकास को 100 डालर की प्रोत्साहन राशि भी भेजी है।
विकास के पिता चंदन बिष्ट पिथौरागढ़ के सूदूरवर्ती धारचूला में शिक्षक हैं। वे अपने बेटे की योग्यता से खुश हैं। उन्होंने बताया कि विकास ने साइबर सिक्योरिटी में इंटीग्रेटेड ग्रेजुएशन कोर्स किया है और इन दिनों वह इंडियन साइबर डिफेंस एलाइंस नामक संस्थान हल्द्वानी में तैनात है। उन्होंने बताया कि उसका नाम अब विश्व के आईटी एक्सपर्ट में शुमार होने लगा है।


