आंध्र की मांग को लेकर हंगामा, सदन की कार्यवाही दूसरी बार स्थगित
कांग्रेस के के वी पी रामचंद्रराव ने राज्यसभा में हंगामा जारी रखा जिसके कारण सभापति को सदन की कार्यवाही दूसरी बार भोजनकाल तक स्थगित करनी पड़ी

नयी दिल्ली। आंध्र प्रदेश काे विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग को लेकर तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के सदस्यों तथा कांग्रेस के के वी पी रामचंद्रराव ने राज्यसभा में हंगामा जारी रखा जिसके कारण सभापति को सदन की कार्यवाही दूसरी बार भोजनकाल तक स्थगित करनी पड़ी और बजट पर चर्चा नहीं हो सकी। इससे पहले सुबह भी इन सदस्यों के हंगामे के कारण कार्यवाही बारह बजे तक स्थगित करनी पड़ी थी।
सभापति एम वेंकैया नायडू ने बारह बजे जैसे ही कार्यवाही शुरू करनी चाही तेदेपा के सी एम रमेश और अन्य सदस्य आसन के निकट आकर नारेबाजी करने लगे । कांग्रेस के राव भी पोस्टर लेकर आसन के निकट खड़े हो गये। ये आन्ध्र प्रदेश के साथ न्याय और सरकार से अपना वादा करने की मांग कर रहे थे। इस बीच तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि प्रश्नकाल रोककर सदन में बजट पर चर्चा शुरू की जानी चाहिए । कांग्रेस के आनंद शर्मा ने भी इसका समर्थन किया।
इस बीच कांग्रेस की रेणुका चौधरी और कुमारी शैलजा के साथ अन्य सदस्य भी अपनी जगहों पर खड़े हो गये। चौधरी ने अपने नोटिस का मुद्दा उठाया हालाकि शोरगुल में यह नहीं सुना जा सका कि वह क्या मुद्दा उठाना चाहती थी।
नायडू ने सदस्यों से शांत होने और अपनी जगहों पर लौटने के लिए कहा जिससे कि बजट पर चर्चा शुरू हो सके। उन्होंने समाजवादी पार्टी के नीरज शेखर से चर्चा शुरू करने को कहा लेकिन सदस्यों की नारेबाजी के कारण वह बोल नहीं पा रहे थे। इस बीच सदन में अव्यवस्था देख श्री नायडू ने सदन की कार्यवाही दोपहर ढाई बजे तक स्थगित कर दी।
इस पर सपा तथा तृणमूल कांग्रेस के सदस्य यह कहते हुए नाराजगी व्यक्त करते सुनाई दिये कि कार्यवाही नहीं चलने से वह बजट पर चर्चा में अपनी बात नहीं रख पा रहे हैं। काफी सदस्य कार्यवाही स्थगित होने के बाद भी सदन में ही बैठे इस मुद्दे पर बात करते रहे। इससे पहले सुबह भी इसी मुद्दे पर सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी थी जिससे शून्यकाल नहीं हो सका।


