जाति ,संप्रदाय ,भ्रष्टाचार से मुक्त ‘नये भारत’ का हो निर्माण : मोदी
मोदी ने युवाओं से देश को जाति, सम्प्रदाय, आतंकवाद और भ्रष्टाचार के ज़हर से मुक्त कर ‘नये भारत’ के निर्माण का आह्वान करते हुए कहा है कि शांति आैर सद्भवना ही हमारी प्रेरक शक्ति होनी चाहिए

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं से देश को जाति, सम्प्रदाय, आतंकवाद और भ्रष्टाचार के ज़हर से मुक्त कर ‘नये भारत’ के निर्माण का आह्वान करते हुए कहा है कि शांति आैर सद्भवना ही हमारी प्रेरक शक्ति होनी चाहिए ।
श्री मोदी ने नव वर्ष की पूर्व संध्या पर आकाशवाणी से आज प्रसारित ‘मन की बात ’कार्यक्रम में कहा कि 21वीं सदी के ‘नये भारत’ को जातिवाद ,संप्रदायवाद ,आतंकवाद और भ्रष्टाचार के जहर के साथ -साथ गरीबी और गंदगी से भी मुुक्त होना चाहिए जहां सबके लिए समान अवसर हों जिससे सभी की आकांक्षाएं पूरी हो सकें । उन्होंने कहा कि शांति ,सद्भवना और एकता ही हमारी प्रेरक शक्ति होनी चाहिए ।
श्री मोदी ने वोट की शक्ति को लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत बताते हुए कहा कि लाखों लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए वोट सबसे प्रभावी साधन है । उन्होंने कहा कि युवा भारत की 21वीं सदी के निर्माता बन सकते हैं और एक जनवरी 2018 को 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले युवा मतदाता बनकर इसमें अपनी भूमिका निभा सकते हैं।
श्री मोदी ने उमंग ,उत्साह और ऊर्जा से भरे 18 से 25 वर्ष के युवाओं को ‘नये भारत का युवा ’ बताते हुए कहा कि उनकी ऊर्जा ,कौशल और ताकत से ‘नये भारत ’ का निर्माण होगा । प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त के आस-पास दिल्ली में ‘माॅक पार्लियामेंट ’आयोजित करने का सुझाव देते हुए कहा कि इसमें हर ज़िले से चुना गया एक युवा, इस विषय पर चर्चा करे कि कैसे अगले पाँच सालों में एक ऐसे नये भारत का निर्माण किया जा सकता है जिसका सपना हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने देखा था ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महात्मा गाँधी ने आज़ादी के आंदोलन को जनान्दोलन बना दिया था और आज समय की मांग है कि 21वीं सदी के भव्य एवं दिव्य भारत के लिए युवा फिर से एक जन आन्दोलन खड़ा करें जो विकास और प्रगति का आन्दोलन हो ।
उन्होंने लोगों से आने वाले दिनों में होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील करते हुए कहा कि स्वच्छता सिर्फ सरकार ही नहीं बल्कि हर नागरिक एवं नागरिक संगठनों की ज़िम्मेदारी है। सबको इस बात का बीड़ा उठाना चाहिए कि उनका शहर या गली-मोहल्ला साफ -सफाई में पीछे न रह जाए ।


