माकपा ने परमाणु समझौते से हटने पर अमेरिका की आलोचना की
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने ईरान के साथ परमाणु समझौते से हटने पर अमेरिका की तीखी आलोचना करते हुए इसे उसका गैर जिम्मेदाराना कदम बताया है ।

नयी दिल्ली। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने ईरान के साथ परमाणु समझौते से हटने पर अमेरिका की तीखी आलोचना करते हुए इसे उसका गैर जिम्मेदाराना कदम बताया है ।
माकपा पोलित ब्यूरो ने आज यहां एक बयान में कहा कि समझौते से अलग होकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के खिलाफ अपनी नयी आक्रामक नीति का संकेत दिया है जिससे भविष्य में पश्चिम एशिया में शांति एवं स्थिरता के लिए खतरा पैदा हो सकेता है । पार्टी ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को ईरान पर प्रतिबंध लगाने के अमेरिका के किसी भी प्रयास का कड़ा विरोध करना चाहिए ।
माकपा ने केन्द्र सरकार से अमेरिका के इस कदम का विरोध करने और यह स्पष्ट करने का अनुरोध किया है कि वह ईरान के खिलाफ किसी भी तरह के प्रतिबंध का समर्थन नहीं करेगी और उसके साथ आर्थिक और व्यापारिक संबंध पूरी तरह बनाये रखेगी ।
वक्तव्य में कहा गया है कि वर्ष 2015 में ईरान तथा छह देशों - अमेरिका , रुस , चीन ,फ्रांस ,ब्रिटेन तथा जर्मनी के बीच हुआ परमाणु समझौता सही ढंग से चल रहा था । हाल ही में अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने कहा था कि ईरान समझौते की शर्तो का पालन कर रहा है ।


