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दुनियाभर के नाटककारों से रुबरु होंगे देशवासी

आने वाले साल देशभर के लोग दुनिया के चुनिंदा नाटककारों और उनके नाटकों से रुबरू होने वाले हैं

दुनियाभर के नाटककारों से रुबरु होंगे देशवासी
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नई दिल्ली। आने वाले साल देशभर के लोग दुनिया के चुनिंदा नाटककारों और उनके नाटकों से रुबरू होने वाले हैं। देश में पहली बार सबसे बड़े रंगमंच उत्सव थियेटर ओलंपिक का आयोजन अगले साल17 फरवरी से 8 अप्रैल तक आयोजन किया जाएगा। इस दौरान देश के चुनिंदा 50 शहरों में एक साथ आयोजन किए जाएंगे, जिसमें दुनियाभर के 500 नाटकों व 700 ऐम्बियेंस का प्रदर्शन किया जाएगा। ओलम्पिक के दौरन जाने माने शिक्षाविदों, लेखकों, अभिनेताओं, डिजाइनरों और निर्देशकों के साथ प्रदर्शनियों, सेमिनारों, संगोष्ठियों, अंटरेक्टिव चर्चाओं और कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। आयोजन में दुनियाभर के प्रमुख दिग्गज भाग लेंगे।

पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री महेश शर्मा ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि थियेटर ओलम्पिक के आयोजन के लिए तीन साल पहले आवेदन किया गया था और अगले वर्ष इसका आयोजन कराने को मंजूरी मिल गई है। संभवत: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नई दिल्लीमें थियेटर ओलम्पिक का उद्घाटन करेंगे और मुम्बई में राष्ट्रपति इसका समापन करेंगे। इस अवसर पर राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) सोसाइटी के अध्यक्ष रतन थियम और एनएसडी के निदेशक वामन केन्द्रे भी उपस्थित थे।

डॉ़ शर्मा ने कहा कि ज्वलंत सामाजिक समस्याओं का निराकरण केवल सरकार या कानूनों से संभव नहीं है, इसके लिए लोगों में सामाजिक चेतना जगाना जरूरी है और इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए नाटक सशक्त माध्यम हो सकते हैं। देश में थियेटर ओलम्पिक का आयोजन पहली बार होगा। यह आठवां थियेटर ओलम्पिक है और इससे पहले 1995 में यूनान, 1999 में जापान, 2001 में रूस, 2006 में तुर्की, 2010 में दक्षिण कोरिया, 2014 में चीन और 2016 में पोलैंड में इसका आयोजन हो चुका है।

आयोजन के लिए नोडल एजेंसी एनएसडी को बनाया गया है, संस्कृति मंत्रालय इसमें सहयोग कर रहा है। इस आयोजन के कारण भारत रंग महोत्सव का आयोजन नहीं किया जाएगा, इसे इस ओलंपिक में समायोजित कर दिया गया है। एनएसडी के निदेशक वामन केन्द्रे ने बताया, कि आयोजन किन-किन शहरों में होंगे, यह अभी तय किया जाना है, दुनिया भर के नाटककारों से उनके नाटक मांगें गए हैं, जिनमें से उन नाटकों को चुना जाएगा, जिन्हें यहां दिखाना है।

एनएसडी सोसाइटी के अध्यक्ष श्री थियम ने कहा कि थियेटर ओलम्पिक जैसा प्रतिष्ठित आयोजन देश में पहली बार होगा और यह देश और विदेश के नाट्य समूहों को अपने महत्वपूर्ण नाटकों को प्रदर्शित करने का मूल्यवान मंच प्रदान करेगा। उन्होंने कहा,“ थियेटर ओलम्पिक का विषय ‘मित्रता का ध्वज’रखा गया है और हम कामना करते हैं कि यह आयोजन पूरे विश्व में मित्रता और भाईचारे की पताकाफहराएगा।”

उन्होंने कहा,“ इस बदलती हुई दुनिया तथा चुनौतीपूर्ण यात्रा में मैं पूरी शिद्दत से महसूस करता हूं कि थियेटर हमारे लिए आधुनिकता, अतीत, वर्तमान तथा भविष्य के संगम का काम करता है, जहांमहत्वपूर्ण मुद्दों, जटिलताओं, सौंदर्यशास्त्र तथा दार्शनिक चुनौतियों के बारे में विचार-विमर्श होता है।” एनएसडी के निदेशक श्री केन्द्रे ने कहा कि भारतीय रंगमंच को पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लाया गया है।


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