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आतंकवाद के खिलाफ देश एकजुट, इसे हिंदू-मुस्लिम रंग न दिया जाए : अबू आजमी

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 सैलानियों की मौत के बाद देश भर में गुस्से और दुख का माहौल है

आतंकवाद के खिलाफ देश एकजुट, इसे हिंदू-मुस्लिम रंग न दिया जाए : अबू आजमी
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मुंबई। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 सैलानियों की मौत के बाद देश भर में गुस्से और दुख का माहौल है। इसी बीच समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष ने इस घटना पर कहा कि आतंकवाद के खिलाफ पूरा देश एकजुट है, लेकिन इस मुद्दे को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश खतरनाक है।

सपा नेता ने कहा कि भारत का हर नागरिक, चाहे वह किसी भी धर्म से हो, आतंकवाद के खिलाफ खड़ा है। उन्होंने विशेष रूप से मुस्लिम समुदाय की भूमिका की सराहना करते हुए बताया कि पहलगाम हमले के बाद स्थानीय मुसलमानों ने पीड़ितों की भरपूर मदद की। उन्होंने कहा,“स्थानीय लोगों ने दिखाया कि इंसानियत सबसे ऊपर है।”

सपा नेता ने केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में हिंदू-मुस्लिम के बीच दरार पैदा करने की साजिशें चल रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ संगठन और राजनीतिक व्यक्ति इस हमले को बहाना बनाकर मुसलमानों को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने कहा, “आगरा से लेकर दादर तक घटनाएं हो रही हैं, दुकानें तोड़ी जा रही हैं, मुस्लिम व्यापारियों को डराया जा रहा है।”

उन्होंने महाराष्ट्र भाजपा नेता नितेश राणे पर हमलावर होते हुए कहा कि वह संविधान की शपथ लेने के बावजूद समाज को बांटने वाले बयान दे रहे हैं। सपा नेता ने महाराष्ट्र सरकार को चुनौती दी कि वह अपने मंत्रियों पर नियंत्रण रखे और मुसलमानों को निशाना बनाए जाने पर कार्रवाई करे। उन्होंने मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और आरएसएस प्रमुख से अपील की कि वे स्पष्ट रूप से कहें कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में किसी भी धर्म को निशाना न बनाया जाए।

सपा नेता ने यह भी बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री से दो बार मिलकर ज्ञापन सौंपा है और चेताया है कि अगर सरकार ने समय रहते कार्रवाई नहीं की तो हालात बिगड़ सकते हैं। उन्होंने कहा, “हम देश के साथ हैं, हम आतंकवाद के खिलाफ हैं, लेकिन अगर कोई समुदाय को ही अपराधी साबित करने लगेगा तो देश में शांति नहीं बचेगी।”

अंत में उन्होंने कहा कि आतंकवाद पर सरकार को कड़ा रुख अपनाना चाहिए, लेकिन इसकी आड़ में राजनीतिक ध्रुवीकरण और सांप्रदायिकता फैलाने की कोशिशें देश के लिए घातक होंगी। उन्होंने कहा, “देश का हर मुसलमान अपने देश के लिए जान देने को तैयार है, सरकार को चाहिए कि वह सभी धर्मों के लोगों को साथ लेकर चले।”


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