Top
Begin typing your search above and press return to search.

उत्कृष्ट सेवा करने वालों की निंदा करना कांग्रेस की परिपाटी : भार्गव

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के निदेशक बनाए गए मध्य प्रदेश के पूर्व डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला को लेकर राज्य के मंत्री डॉ. गोविंद सिंह द्वारा की गई टिप्पणी की नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने निंदा की

उत्कृष्ट सेवा करने वालों की निंदा करना कांग्रेस की परिपाटी : भार्गव
X

भोपाल। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के निदेशक बनाए गए मध्य प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ऋषि कुमार शुक्ला को लेकर राज्य के मंत्री डॉ. गोविंद सिंह द्वारा की गई टिप्पणी की नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने निंदा करते हुए कहा कि उत्कृष्ट सेवा करने वालों की निंदा करना कांग्रेस की परिपाटी हो गई है। भार्गव ने अपने बयान में सोमवार को कहा, "कांग्रेस की परंपरा हो गई है उत्कृष्ट लोगों की निंदा करना। प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ स्विटजरलैंड जाते हैं, वहां प्रदेश की निंदा करते हैं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी विदेश जाकर देश की निंदा करते हैं। यही काम प्रदेश के मंत्री डॉ. सिंह ने किया है। उत्कृष्ट सेवा करने वालों की निंदा करना कांग्रेस की परिपाटी हो गई है।"

नेता प्रतिपक्ष भार्गव ने आगे कहा कि कांग्रेस की यह परिपाटी बन गई है कि अपने देश के लोग जो उत्कृष्ट कार्य करते हैं, अच्छा काम करें, उन्हें जलील करें।

ज्ञात हो कि राज्य के मंत्री डॉ. सिंह ने सीबीआई के नवनियुक्त निदेशक शुक्ला को 'अक्षम अधिकारी' करार दिया था। इसके विपरीत, प्रतिपक्ष की नजर में शुक्ला सुयोग्य, अनुभवी और सक्षम पुलिस अधिकारी रहे हैं। उन्होंने राज्य में स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट और इिंडया (सिमी) का नेटवर्क ध्वस्त करने में अहम भूमिका निभाई थी। इसके अलावा भ्रष्टाचार निरोधी मामलों को निपटाने का भी अनुभव है।

विपक्षी पार्टी का मानना है कि शुक्ला ने वर्ष 2009 से 2012 के दौरान राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक गुप्तचर रहे। इस दौरान उनके प्रयासों से एंटी टेररिस्ट स्क्वैड (एटीएस) की स्थापना हुई, जिसने मालवा सहित राज्य के अन्य हिस्सों में फैले सिमी के नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। उनकी आतंकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रही, जिसके चलते एटीएस ने आतकी गतिविधियों में लिप्त लोगों को अपने मंसूबे पूरे नहीं होने दिए।

पूर्ववर्ती सरकार से जुड़े रहे कई नेता मानते हैं कि वर्ष 1983 बैच के आईपीएस शुक्ला 2005 से 2007 तक स्टेट ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन (एसबीआई) में पुलिस महानिरीक्षक रहे। इस दौरान इन्होंने प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट से संबंधित कई मामलों को सफलतापूर्वक सुलझाया है।

ऋषि शुक्ला वर्ष 2008 में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ ) के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) रहे। विपक्ष मानता है कि इस पद पर रहते हुए उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा तथा संगठित अपराधों की विवेचना में प्रमुख भूमिका निभाई। इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि शुक्ला लगभग 26 माह तक स्टेट ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन (एसबीआई) में रहे हैं।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it