बच्चों ने मिलकर मंच पर उतारा आगाज 'ए नन्हें कदम'
शिव विहार स्थित बीके सीनियर सैकेंडरी स्कूल में धूमधाम से वार्षिकोत्सव मनाया गया जिसमें कक्षा नर्सरी से पांचवीं तक के बच्चों ने मंच पर ही मिनी भारत उतार दिया

पलवल। शिव विहार स्थित बीके सीनियर सैकेंडरी स्कूल में धूमधाम से वार्षिकोत्सव मनाया गया जिसमें कक्षा नर्सरी से पांचवीं तक के बच्चों ने मंच पर ही मिनी भारत उतार दिया। कार्यक्रम का नाम आगाज ए नन्हें कदम रखा गया। जिसमें नन्हें मुन्ने बच्चों ने ऐसी प्रस्तुति दी कि दर्शकों में भी गर्व की भावना पैदा हो गई कि वे किस्मत वाले है जिन्हें भारत की माटी में जन्म मिला जहां देवता भी जन्म लेने के लिए तरसते है।
कार्यक्रम की विशेषता भारत विभिन्नता में भी एकता के सूत्र में बंधा हुआ है तथा धरती का स्वर्ग कहलाने वाला भारत प्रदूषण का बन रहा शिकार व स्वच्छता अभियान आदि दर्शाना रहा।
जिसकी चहुं और प्रशंसा की गई। लोगो ने उस वक्त दांतो तले उंगली दबा ली जब स्कूल के करीब 120 नन्हें मुन्ने बच्चो ने विभिन्न राज्यो की वेशभूषा, संस्कृति, व बृज क्षेत्र की छटा विखेरी। इतने बच्चों को एक साथ मंच पर अनुशासन के बीच प्रस्तुति देने पर स्कूल के प्रधानाचार्य सतीश कौशिष, उपप्रधानाचार्य संतोष कुमार, कविता, अंजू, धर्मेन्द्र, रेखा, हीरालाल आदि अध्यापको का विशेष योगदान व मेहनत रही है। कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से हुई उसके बाद एक से बढ़कर एक कार्यक्रम पेश किए गए। बच्चों के जीवन में माता पिता का कितना महत्व है ये बच्चो ने अपने कार्यक्रम में दिखाया।
जिससे अभिभावकों की भी आंखे नम हो गई। कार्यक्रम में प्रदूषित हो रहा पर्यावरण को बचाने के लिए स्वच्छता अभियान पर एक लघु नाटक भी पेश किया गया। जिसमें बताया गया कि ये देश हमारा है इसे साफ सुथरा रखना हम सबका कर्तव्य है इसलिए कूड़ा करकट सड़को पर न डाले उसे डेस्टबीन में ही डाले और अपने देश को सुंदर देश बनाने में सहयोग करे। इस लघु नाटिका में स्कूल के करीब 15 बच्चों ने अभिनय किया। इसके इलावा नन्हे मुन्ने बच्चो की मस्ती देखते ही बनती थी जिसका संदेश था कि बचपन एक ऐसा समय होता है।
जिसमें बच्चा सभी चिंताए छोड़कर अपनी मस्ती में मगन होता है। इसके इलावा दीदी अब नही करेगें शोर, लकडी की काठी काठी का घोडा, और सबसे प्यारा कौन है पापा मेरे पापा ने बच्चो की प्रतिभा का बाहर निकाला और दर्शक बच्चो की अदाकारी देखकर दंग रह गए।
कार्तिक ग्रुप ने जीवन में पिता की अहमियत बताई तो निखिल एंड हरीशंकर ग्रुप ने लघु नाटक जिंदगी और मौत से दर्शको को भावुक कर दिया। केजी कक्षा के बच्चो ने जब जहां डाल डाल पर सोने की चिडिया करती है बसेरा गीत पर भारत की झलक दिखाई तो दर्शको के सीने चौडे हो गए और वे गौरवांनित महसूस कर रहे थे कि उनका जन्म भारत जैसे महान देश में हुआ है। बच्चो ने बापू सेहत के लिए तू तो हानिकारक है में पिता के सख्त परन्तु दिल से कोमल पिता का वर्णन किया।
इसके इलावा नन्ने मुन्ने बच्चो ने योगा के करतब दिखा दर्शको को दांतो तले उंगली दबाने पर मजबूर कर दिया। हिन्दुस्तान की झलक कार्यक्रम में बच्चो ने देशभक्ति का परिचय दिया। सन्नी और जितेन्द्र ग्रुप ने खाइके पान बनारस वाला गीत पर जब डांस किया तो पंडाल में बैठे बच्चे भी अपने आप को ठुमके लगाने से नही रोक सके। मां बाप से बढकर कोई नही होता ये यूकेजी के बच्चो ने मुझे माफ करना ओ साइराम सबसे पहले लूंगा मम्मी डैडी का नाम लेकर बता दिया।
कार्यक्रम में कशिश एंड पूनम ग्रुप ने मंच से हरियाणा की झलक दिखाई तो जिगर एंड अभिषेक ने जीवन के हर दिन को जीने का अंदाज पेश किया। इसके इलावा फैंसी ड्रेस में जब नन्ने मुन्ने बच्चो ने रैंप पर छटा बिखेरी तो अभिभावक अपने बच्चो को देखकर भावुक हो उठे। अंत में यूकेजी के बच्चो ने पंजाबी गिददा डालकर धूम मचा दी और पंडाल में स्कूल के प्रधानाचार्य सतीश कौशिश को भी ठुमके लगाने पर मजबूर होना पडा। अंत में मुख्य अतिथि डा. सतीश चन्द्र शर्मा ने सभी बच्चो को पुरस्कार दिए।


