मंत्रियों के सामने बायर्स ने निकाली भड़ास, उनका दर्द छलका
बिल्डर्स के मकड़जाल में फंसकर किस तरह फ्लैट खरीदार पिस रहे, उनका दर्द बुधवार को ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण कार्यालय में तीन सदस्यीय मंत्रियों की समिति के सामने छलका पड़ा
ग्रेटर नोएडा। बिल्डर्स के मकड़जाल में फंसकर किस तरह फ्लैट खरीदार पिस रहे, उनका दर्द बुधवार को ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण कार्यालय में तीन सदस्यीय मंत्रियों की समिति के सामने छलका पड़ा। बायर्स का दर्द सुनने के बाद मंत्रियों उन्हें भी आश्वास का घुट पिलाया।
मुख्यमंत्री के आदेश पर गौतमबुद्धनगर की समस्याओं का समाधान के लिए प्रदेश के संसदीय कार्य व नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना की अध्यक्षयता में तीन समिति यहां पहुंची। जिसमें औद्योगिक विकास मंत्री सतीष महाना व औद्योगिक विकास राज्य मंत्री सुरेश राणा शामिल है। गाजियाबाद जिले की समस्या सुनने के समिति दोपहर बाद ग्रेटर नोएडा पहुंची। जहां पर प्राधिकरण के बोर्ड रूम में समिति के सदस्य सबसे पहले तीनों प्राधिकरण के फ्लैट बायर्स की समस्याओं से रूबरू हुए। पूरा बोर्ड रूम में फ्लैट खरीदारों से भरा हुआ था। नोएडा के सेक्टर-97,98 में यूनिटेक बिल्डर्स के बायर्स नीलटंस गर्ग ने कहा कि 2010 में बिल्डर ने कब्जा देने का वादा किया था लेकिन अभी तक कब्जा नहीं दिया। आम्रपाली लेजर के बायर्स डीके त्यागी ने कहा कि बिल्डर ने 900 विला बुक किया है। जिसमें करीब 150 बायर्स को कब्जा दिया है। मौके पर कोई सुविधा मौजूद नहीं है।
बिजली, पानी, सुरक्षा कुछ भी नहीं है। आम्रपाली सिलीकान सिटी के बायर्स रजनीश ने कहा कि बिल्डर ने 200 फ्लैट बुक किया है। ज्यादातर बायर्स ने 95 फीसदी पैसे का भुगतान कर दिया है। प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य अभी तक पूरा नहीं हुआ है। नोएडा जेकेपाकोट प्रोजेक्ट के बायर्स यज्ञदत्त शर्मा ने कहा कि फ्लैट पर कब्जा नहीं मिल पा रहा है। पिछले कई साल से चक्कर लगा रहे हैं। फिर भी कब्जा मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। बिल्डर प्रोजेक्ट रद्द करने की फिराक है। जेपी बिल्डर के यमुना विहार प्रोजेक्ट के बायर्स सुशील गुप्ता ने कहा कि बिल्डर ने पूरा पैसा ले लिया है। अभी तक उसने कोई विकास कार्य नहीं किया है। भूखंड पर कब्जा देने की बात कर रहा है। बिना सुविधा मिले कैसे मकान बनाया जाए और मकान का निर्माण न करने पर जुर्माना लगा रहा है। समिति के सदस्यों ने एक-एक करके बायर्स की समस्या सुनते रहे और लिखते रहे।
समिति के सदस्यों ने कहा कि जेपी ग्रुंप के खिलाफ जल्द ही मामला दर्ज कराया जाएगा। बायर्स पैसा कोई भी बिल्डर नहीं मार पाएगा। बायर्स के संगठन नफोमा ने कहा कि पिछले सरकार व बिल्डरों की सांठ-गांठ से यह समस्या खड़ी हुई है। प्राधिकरण के पिछले आधिकारियों ने बिल्डरों को काफी फायदा पहुंचाया। इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए। समिति के अध्यक्ष संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि इसकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी जाएगी। सभी बायर्स को जब अपनी बात रखने का मौका नहीं मिला तो वहां पर हंगामा करना ष्षुरू कर दिया। किसी आधिकारियों ने बायर्स को समझा बुझा कर शांत कराया। बायर्स की समस्या सुनने के बाद समिति के सदस्य ने बिल्डरों के साथ बैठक की और उनकी समस्या सुनी।
साथ ही बिल्डरों को चेतावनी दी कि अगर किसी भी बायर्स को परेशान किया गया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान नोएडा विधायक पंकज सिंह, दादरी विधायक तेजपाल नागर, नोएडा प्राधिकरण सीईओ अमित मोहन प्रसाद, ग्रेनो प्राधिकरण सीईओ देवाषीष पांडा, यमुना प्राधिकरण सीईओ डॉ. अरूणवीर सिंह, डीएम बीएन सिंह, एसएसपी लव कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे। बाद में समिति के सदस्यों से विधायक, एमएलसी व जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर समस्याओं के बारे में जानकारी ली। समिति के सदस्य गुरुवार भी ग्रेटर नोएडा में मौजूद रहेंगे और शहर की ट्रैफिक समस्या, चाइल्ड हास्पिटल, मेडिकल कालेज आदि को लेकर चर्चा करेंगे।


