Top
Begin typing your search above and press return to search.

राजस्थान में बढ़ रहे अपराध को लेकर भाजपा ने ही सरकार को कटघरे में किया खड़ा

 राजस्थान के अलवर में लगातार बढ़ रहे अपराध और गौवशं की तस्करी के मुद्दे पर सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों ने ही सरकार को कटघरे में खड़ा किया

राजस्थान में  बढ़ रहे अपराध को लेकर भाजपा ने ही सरकार को कटघरे में किया खड़ा
X

जयपुर। राजस्थान के अलवर में लगातार बढ़ रहे अपराध और गौवशं की तस्करी के मुद्दे पर सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों ने ही सरकार को कटघरे में खड़ा किया ।

विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान भाजपा के ज्ञानदेव आहुजा और बनवारी लाल सिंघल ने यह मुद्दा उठाते हुये कहा कि गौ तस्करों पर प्रभावी अंकुश नहीं होने के कारण वहां गौवंश की तस्करी हो रही है तथा आये दिन गौ तस्करों द्वारा पुलिस पर भी फायरिंग की जाती है।

उन्होंने कहा कि अलवर में अपराधों पर रोकथाम के लिये हरियाणा , राजस्थान ओर उत्तर प्रदेश की टास्क फोर्स बनाने की कार्यवाही भी अभी तक अधरझूल में लटकी पड़ी है।

गृहमंत्री गुलाब चन्द कटारिया ने इस मुद्दे पर जवाब देते हुये कहा कि प्रदेश में गौ-तस्करी पर नियंत्रण के लिए पुख्ता व्यवस्था के फलस्वरूप राज्य सरकार को इसमें सफलता प्राप्त हुई है।

उन्होंने कहा कि गौ-तस्करी पर नियंत्रण के लिए अलवर और भरतपुर जिले में दो पुलिस चौकियां स्थापित की गई है जिसके कारण गौ तस्करी की घटनाओं में कमी हुयी है।
उन्होंने कहा कि अलवर जिले में अपराधों के सारे आंकड़ों का विश्लेषण किया गया है, इनमें चोरी रोकने व माल बरामदगी में सफलता मिली है।

आहुजा ने कहा कि अलवर में सिंथेटिक दूध की 150 से अधिक फैक्ट्रियां कार्यरत है जिससे वहां सिंथेटिक आईसक्रीम और दूध की भारी बिक्री हो रही है इन पर भी अंकुश लगाया जाय।

उन्होंने भाजपा विधायक बनवारीलाल सिंघल के मूल प्रश्न के जवाब में कहा कि अलवर जिले में कानून व्यवस्था हेतु दो पुलिस अधीक्षक लगाये जाने के सम्बन्ध में पुलिस विभाग को पत्र लिखकर मांग की गई थी लेकिन संसाधनों और वित्तीय कमी के कारण यह संभव नही हो सका है।

उन्होंने कहा कि अलवर जिले का भौगोलिक क्षेत्रफल काफी बड़ा है। जिला स्तर पर अपराध पंजीयन भी राज्य में अलवर में सर्वाधिक है। वर्ष 2017 में 17 हजार 405 प्रकरण दर्ज है। इस दृष्टि से अलवर जिले में दो पुलिस अधीक्षक लगाये जाने का प्रस्ताव विचाराधीन है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के अन्य जिलों की अपेक्षा चार जिले में जयपुर , अलवर , उदयपुर और जोधपुर में अधिक अपराध होते है । उन्होंने कहा कि अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिये समुचित प्रयास किये गये है।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it