अनुसंधान का लाभ किसानों तक पहुंचे : एसएस राव
स्थानीय गुण्डाधुर कृषि महाविद्यालय में बुधवार को एक विशेष कार्यक्रम आयोजित कर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के नव नियुक्त डीआरएस डॉ एसएस राव एवं डॉ लाखवाले का स्वागत किया
जगदलपुर। स्थानीय गुण्डाधुर कृषि महाविद्यालय में बुधवार को एक विशेष कार्यक्रम आयोजित कर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के नव नियुक्त डीआरएस डॉ एसएस राव एवं डॉ लाखवाले का स्वागत किया। इस अवसर पर डॉ राव ने अपने पुराने स्मृति का जिक्र करते हुए शहीद गुण्डाधुर कृषि महाविद्यालय के प्रारंभिक स्वरूप के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि 1983 में उनकी नियुक्ति हुई थी।
तब वे जगदलपुर से किराये की सायकल लेकर कृषि महाविद्यालय पहुंचे थे। उसके बाद से निरन्तर प्रगति होता गया और एक सम्मानजनक स्वरूप मिला है। उन्होंने कहा कि अनुसंधान करना वैज्ञानिकों की उपलब्धि अवश्य है और वैज्ञानिकों ने पूरे उत्साह के साथ कार्य करते हुए अनेक उन्नत किस्म के बीज उत्पादन किये है। किन्तु उन किस्मों को किसानों तक पहुंचाने के लिए गंभीरता के साथ प्रयास करने की आवश्यक ता है। ताकि किसानों की उन्नति के लिए कार्य करने का जो दायित्व हमे मिला है उसे सही ढंग से निभा सके।
उन्होंने अनुसंधान के लिए यथासंभव मदद करने की बात कही। डॉ लाखवाले ने भी बस्तर प्रवास के अनुभव बांटे। इसके पूर्व कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ केसी मुखर्जी ने कृषि महाविद्यालय के निरन्तर विकास की चर्चा करते हुए यहां के विद्यार्थियों द्वारा प्राविण्य सूची में स्थान बनाने पर प्रसन्नता व्यक्त किया साथ ही तीन विषयों पर स्नातकोत्तर के विद्यार्थी भी पास होने की बात कही। उद्यानिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ डीएस ठाकुर ने बस्तर की परस्थिति पर प्रकाश डालते हुए विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान के आयामों पर चर्चा की। वहीं कृषि विकास केन्द्र के समन्वयक श्री आयाम ने भी कृषि क्षेत्र में हुए कार्यो की जानकारी देते हुए केव्हीके द्वारा किसानों को पहुंचाये जा रहे सहयोग की जानकारी दी। इस कार्यक्रम में कृषि महाविद्यालय एवं उद्यानिकी महाविद्यालय के व्याख्यातागण, कर्मचारीगण एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।


