कोरोना से जीती जंग और प्रेमनारायण बन गए योद्धा
कोविड-19 से आज पूरा देश जंग लड़ रहा है। लेकिन सबसे खास बात यह है कि कोरोना को हराया जा सकता है

दंतेवाड़ा। कोविड-19 से आज पूरा देश जंग लड़ रहा है। लेकिन सबसे खास बात यह है कि कोरोना को हराया जा सकता है। इससे लडऩे के लिए सतर्कता बरतने और सावधानी की जरूरत है। दरअसल, यह कहानी दन्तेवाड़ा के रहने वाले 25 वर्षीय प्रेमनारायण मण्डावी की है जो कोरोना का शिकार हुए थे।
जिला अस्पताल के डाटा एन्ट्री ऑपरेटर प्रेमनारायण मण्डावी ने अपना अनुभव अपने शब्दों में बताया। उन्होंने बताया कि शुरूआत में उन्हें तेज बुखार शरीर में र्दद, कमजोरी का शिकायत होने पर उन्होनें तुरन्त कोरोना जांच करवाया। रैपिट टेस्ट में आई रिपोर्ट के अनुसार कोरोना पोजिटिव पाया गया। उन्हें कन्या परिसर जावंगा में 14 दिन के लिए रखा गया। इस दौरान वे अपने घर के किसी सदस्य या किसी से भी बाहर के व्यक्ति से नही मिले।
जावंगा क्वारंटाइन सेंटर में समय-समय पर डॉक्टरों द्वारा सही इलाज एवं दवाई के साथ पौष्टिक आहार लेने की सलाह दी जाती थी। उन्होने कहा कि यह मेरे लिए नई जिंदगी में कदम रखने जैसा अहसास है और लोग कोरोना से डरे और घबराये नही। उन्होने लोगो को सावधानी रखने की जरूर सलाह दी साथ ही कहा कि अपनी स्वास्थ्य और सफाई का विशेष ध्यान दे। उन्होंने कभी भी अपने आप को अलग-थलग महसूस नही किया एवं अब पूरी तरह स्वस्थ्य होकर घर वापस आ गये। उन्होने जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग को धन्यवाद ज्ञापित किया है।


