प्रभारी मंत्री की सक्रियता से जिले की प्रशासनिक व्यवस्था हुई बेहतर
जिले की प्रभारी मंत्री रमशीला साहू की सक्रियता निरंतर जिले में बनी हुई है। साल 2017 में उनकी सक्रियता से लोगो को काफी लाभ हुआ है

जनदर्शन के दौरान शिकायतों पर अधिकारियों को फटकार लगाने से भी चुके
धमतरी । जिले की प्रभारी मंत्री रमशीला साहू की सक्रियता निरंतर जिले में बनी हुई है। साल 2017 में उनकी सक्रियता से लोगो को काफी लाभ हुआ है। उनके द्वारा लगातार पार्टी संगठन को मजबूती प्रदान करने व कार्यकर्ताओं को एकजुट रखने भाजपा के विभिन्न कार्यक्रमो बैठको में शामिल हुई और सभी को एक सूत्र में पिरोए रखा। संभवता: रमशीला साहू जिले की पहली ऐसी प्रभारी में है, जिन्होंने जनदर्शन लगाकर लोगो की समस्याओं का निराकरण किया। जनदर्शन में जब उनके समक्ष फरियादी अपनी शिकवा शिकायत लेकर पहुंंचे तो वे संबधित अधिकारियों से शिकायत के संबंध में जानकारी लेकर लापरवाही पर जमकर फटकार भी लगाई। मंत्री के तेवर से अधिकारी भी सहमे नजर आए। इसका लाभ आम जनता को बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था के रुप में मिला।
जिले में मंत्री के सक्रियता के चलते ही अधिकारी राज पर काबू पाया गया। जिला खनिज भंडारो से परिपूर्ण है। जिला महानदी के तट पर बसा हुआ है। जिसके किनारो पर रेत का अथाह भंडार है। जिसका दोहन रेत माफियाओं द्वारा मनमाने ढंग से किया जा रहा है। और विंडबना है कि जिम्मेदार अधिकारी इस ओर मुंह फेरे बैठे हुए है। ऐसे में रेत माफियाओं को नियमों का उल्लंघन करने की अघोषित छुट मिल गई है।
जिले में संचालित रेत खदानों से रोजाना सैकड़ो वाहनों में रेत की निकाली की जा रही है। लेकिन अधिकारी कार्रवाई करने से बचते है। इस संबध में शहरवासी सोनू, पप्पु, आशीष ने हाईवे चैनल से चर्चा के दौरान बताया कि जिले में रेत माफियाओं के आगे प्रशासन भी नस्तमस्तक नजर आती है। सुप्रीम कोर्ट व एनजीटी के निर्देशानुसार रेत खदानों से मशीनों के माध्यम से उत्खनन पर प्रतिबंध है। बाउजूद इसके मजदूरों के स्थान पर अत्याधिक मात्रा में उत्खनन कर परिवहन किया जा रहा है। आलम तो यह है कि कई खदानों में नियम विरुद्ध अधिक गहराई तक मशीन से उत्खनन किया जा रहा है। जिससे मनुष्यों की अस्थियां भी निकल रही है।
जिससे भावनाएं भी आहत हो रही है। हितेश, पंकज, नीरज, सुनील, अशोक, मुकेश ने कहा कि पीटपास छोटी गाड़ियों का दर्शाकर बड़ी गाड़ियों से परिवहन रेत खदानो से किया जा रहा है। नियमानुसार सुबह 6 से शाम 6 बजे तक ही खदानो में उत्खनन किया जा सकता है। लेकिन कुछ खदानो में रात भर खनन कर रेत लोड किया जा है। दोनो पार्टी के नेता व कुछ अधिकारी मिली भगत कर शासन को चूना लगाकर अपनी जेबे भर रहे है। ओव्हर लोड रेत गाड़ियों के अत्याधिक आवागमन से ग्रामीण क्षेत्रो की सड़क भी जर्जर हो रही है। वहीं दुर्घटनाओं का कारण भी बन रही है।


