योगी अखिलेश बतायें,ये रिश्ता क्या कहलाता है: कांग्रेस
आलम ने कहा कि सरकार की ओर से भले इसे शिष्टाचार बातचीत कहा जा रहा है लेकिन मामला ऐसा नहीं है।

लखनऊ। कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज आलम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी (सपा) मुखिया अखिलेश यादव के बीच फोन पर हुई बातचीत पर निशाना साधते हुए इसे दोनो दलों की मिलीभगत का ताजा उदाहरण बताया है।
आलम ने कहा कि सरकार की ओर से भले इसे शिष्टाचार बातचीत कहा जा रहा है लेकिन मामला ऐसा नहीं है। आखिर दो कथित विरोधी दलों के नेताओं के बीच सीएए जैसे ज्वलंत मुद्दे पर जिसके चलते अनगिनत जाने जा चुकी हैं, उस पर सपा मुखिया कैसे बात कर सकते हैं। अगर ये वास्तव में शिष्टाचार बातचीत थी तो अखिलेश यादव को मुसलमानों को बताना चाहिए कि उन्होंने आजम खान को फर्जी मुकदमों में जेल भेजने पर योगी से फोन पर अपनी आपत्ति क्यों नहीं जताई। अगर उन्होंने बात की हो तो वो बताएं।
उन्होंने पूछा कि अखिलेश और योगी में शिष्टाचार बातचीत सिर्फ मुस्लिम विरोधी मुद्दों पर ही क्यों होती है। अखिलेश यादव को सिर्फ अपने कार्यकर्ताओं की चिंता होती है अपने संसदीय सीट आजमगढ़ की उस जनता की चिंता नहीं होती जहां की मुस्लिम महिलाओं पर सीएए का विरोध करने पर योगी की पुलिस ने लाठियों से हमला किया और आंसू गैस के गोले बरसाए।
कांग्रेसी नेता ने कहा कि यादव परिवार का झगड़ा सार्वजनिक है लेकिन आखिर क्या वजह है कि पूरा परिवार हर महीने श्री योगी के साथ फैमिली एलबम जैसी फोटो खिंचवाता है।


