तेलंगाना ने हैदराबाद फार्मा सिर्टी के लिए केंद्र से मांगे 3418 करोड़ रुपये
तेलंगाना सरकार ने केंद्र से आग्रह किया है कि वह यहां से पास में प्रस्तावित हैदराबाद फार्मा सिटी के विकास के लिए 3,418 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराए

हैदराबाद। तेलंगाना सरकार ने केंद्र से आग्रह किया है कि वह यहां से पास में प्रस्तावित हैदराबाद फार्मा सिटी के विकास के लिए 3,418 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराए। उद्योग मंत्री के.टी. रामाराव ने केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस एवं इस्पात मंत्री धर्मेद्र प्रधान को इस बारे में पत्र लिखा है।
राव ने गोयल को लिखे पत्र में केंद्र से अनुरोध किया है कि वह बाहरी अवसंरचना संपर्को के लिए 1,318 करोड़ रुपये और फेज-1 के आंतरिक अवसंरचना विकास के लिए 21,00 करोड़ रुपये की सहायता उपलब्ध कराए।
हैदराबाद फार्मा सिटी परियोजना को प्रस्तावित हैदराबाद-वारंगल औद्योगिक गलियारा परियोजना के एक प्राथमिकता मोड के रूप में जोड़ा गया है और इसका व्यवहार्यता अध्ययन भी राष्ट्रीय औद्योगिक कारिडोर विकास एवं क्रियान्वयन न्यास (एनआईसीडीआईटी) के दिशानिर्देशों के अनुरूप पूरा हो गया है।
केटीआर ने कहा है कि परियोजना में अपने तरह की पहली अत्याधुनिक अवसंरचना, कॉमन फैसिलिटी होंगी, जिसमें जीरो लिक्वि ड डिसचार्ज आधारित कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट, एक एकीकृत ठोस कचरा प्रबंधन सुविधा, जिला हीटिंग एवं कूलिंग प्रणाली, लॉजिस्टिक पार्क, एक वैश्विक फार्मा विश्वविद्यालय, नियामकीय सुविधा प्रकोष्ठ, कामन ड्रग डेवलपमेंट एवं परीक्षण प्रयोगशालाएं, और स्टार्टअप/एसएमई हब शामिल होंगे।
19,333 एकड़ की कुल मास्टर प्लानिंग, फेज-1 (8,400 एकड़) की विस्तृत डिजाइन और मास्टर प्लानिंग पूरी हो चुकी है और इस परियोजना के विकास के लिए केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु मंत्रालय ने पर्यावरण मंजूरी भी दे दी है।
तेलंगाना सरकार ने हैदराबाद फार्मा सिटी लिमिटेड के नाम पर स्पेशल पर्पज व्हिकल पहले ही गठित कर दिया है और फेज-1 के क्रियान्वयन का काम शुरू हो चुका है।
केटीआर ने कहा, "आपको यह जानकार खुशी बहुत होगी कि परियोजना के प्रति घरेलू और वैश्विक कंपनियों की तरफ से व्यापक प्रतिक्रिया मिली है और वे यहां अपनी विनिर्माण इकाइयां स्थापित करना चाहती हैं।"


