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तेलंगाना में अप्रैल अंत तक बढ़ा लॉकडाउन, सरकार ने सावधानी बरतने कहा

तेलंगाना ने कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए 30 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ा दिया

तेलंगाना में अप्रैल अंत तक बढ़ा लॉकडाउन, सरकार ने सावधानी बरतने कहा
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हैदराबाद । तेलंगाना ने कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए 30 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ा दिया है। मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने लॉकडाउन का विस्तार करते हुए एक सरकारी आदेश (जीओ) जारी किया, जो कि 22 मार्च से लागू हुआ था। मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने लोगों से अपील की है कि राज्य और देश में कोरोनवायरस संक्रमण के प्रसार में वृद्धि के मद्देनजर वे अधिक सतर्क रहें, साथ ही आधिकारिक मशीनरी को भी पूरी सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है।

रविवार को तेलंगाना में दो और मौतें हुईं, जिससे अब यहां कुल मौतों की संख्या 16 हो गई है। वहीं 28 नए मामलों की पहचान के साथ राज्य में कुल मामले 531 हो गए हैं।

मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा, "अगर हम घटनाक्रमों को विश्व स्तर, देश-स्तर और तेलंगाना राज्य के स्तर पर देखें, तो यह स्पष्ट है कि कोरोनोवायरस तेजी से फैल रहा है। रविवार को कोरोनावायरस पॉजिटिव केस में काफी बढ़ोतरी हुई है।"

मुख्यमंत्री केसीआर ने कहा कि कोरोनावायरस को लेकर पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र की स्थिति डरावनी है। पूरे देश में पॉजिटिव मामलों और मरने वालों की संख्या में लगातार वृद्धि हुई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी कारण सरकार ने लॉकडाउन अवधि बढ़ाने का फैसला किया है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे स्थिति की गंभीरता को समझें और जितना संभव हो सके अपने घरों में खुद को सीमित करें।

उन्होंने कहा, "अगर बाहर जाने की जरूरत है, तो सख्ती से सामाजिक रूप से दूरी बनाए रखें। व्यक्तिगत स्वच्छता बहुत जरूरी है। अगर किसी को कोई संदेह हो तो वह परीक्षण के लिए जाए।"

लोगों के सहयोग की मांग करते हुए, उन्होंने कहा कि सरकार प्रसार को रोकने के लिए केवल सरकार द्वारा किए जा रहे उपाय काफी नहीं हैं। लोगों को सरकार द्वारा दिए गए निदेशरें और दिशानिदेशरें का पालन करना चाहिए।

केसीआर ने आधिकारिक मशीनरी को भी हाई अलर्ट पर रहने को कहा। उन्होंने कहा है कि जहां भी लक्षण हों, तत्काल परीक्षण करें। "उन लोगों के डेटा एकत्र करें जो कोरोनावायरस पॉजिटिव मरीजों से मिले या संपर्क में आए। वे लोग कहां गए थे इसका पता लगाएं। उनके परीक्षण करें। अंतर-राज्यीय सीमाओं पर चेकिंग और प्रतिबंध बढ़ाएं।"

उन्होंने कहा कि जो लोग दिल्ली में मरकज की बैठक में गए थे और उनकी पहचान कर परीक्षण किए जा रहे हैं। यदि किसी का परीक्षण नहीं हुआ है तो उन्हें स्वेच्छा से आगे आकर परीक्षण करवाना चाहिए। यह उनके अपने लिए, उनके परिवार के सदस्यों की सुरक्षा और भलाई के लिए है।


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