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कालेश्वरम में 'भ्रष्टाचार' को उजागर करने के लिए तेलंगाना कांग्रेस ने डमी एटीएम लगाया

तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी ने कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के उनके आरोप को उजागर करने के लिए एक डमी एटीएम लगाया है

कालेश्वरम में भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए तेलंगाना कांग्रेस ने डमी एटीएम लगाया
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हैदराबाद। तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी ने कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के उनके आरोप को उजागर करने के लिए एक डमी एटीएम लगाया है।

विधानसभा चुनाव के प्रचार के तहत विपक्षी दल ने 'कालेश्वरम एटीएम' से लोगों का ध्यान खींचने के लिए अनोखा हथकंडा अपनाया है।

प्रोजेक्ट में 1 लाख करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेताओं ने सड़क किनारे डमी एटीएम लगाया है। 'कालेश्वरम एटीएम' नाम के इस एटीएम में मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव, उनके बेटे केटी. रामा राव, बेटी के. कविता और भतीजे टी. हरीश राव की तस्वीरें हैं।

'एटीएम' पर लिखा है 'सदी का सबसे बड़ा घोटाला'। इसमें मुख्यमंत्री के शुरुआती अक्षरों का भी इस्तेमाल किया गया है, जिसमें कहा गया है कि उनका मतलब 'कालेश्वरम भ्रष्टाचार राव' है।

'एटीएम' के बगल में खड़े कांग्रेस कार्यकर्ता लोगों को समझा रहे थे कि कैसे केसीआर ने इस परियोजना को एटीएम के रूप में इस्तेमाल किया। उनके पास केसीआर की तस्वीर वाले कुछ नकली नोट भी थे।

वे लोगों को यह भी बता रहे थे कि कालेश्वरम परियोजना के तहत बना बैराज कैसे डूब रहा है। कार्यकर्ताओं ने हाल ही में मेडिगड्डा बैराज के एक हिस्से के डूबने का भी जिक्र किया, जो कालेश्वरम परियोजना का एक हिस्सा है, जिसे दुनिया की सबसे बड़ी लिफ्ट सिंचाई परियोजना कहा जाता है।

दोनों विपक्षी पार्टियों कांग्रेस और बीजेपी ने इस प्रोजेक्ट में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। हालिया घटना के बाद कांग्रेस ने गहन जांच की मांग की है।

तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी ने कहा कि केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) को भी भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि 1.20 लाख करोड़ रुपये की लागत से बनी मेगा परियोजना के खंभे डूबने से भ्रष्ट आचरण उजागर हुआ है।

हालांकि, बीआरएस ने भ्रष्टाचार के आरोपों को खारिज कर दिया है। बीआरएस ने दावा किया है कि यह परियोजना तेलंगाना के लिए एक बड़ा वरदान साबित हुई है।


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