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तेलंगाना के मुख्यमंत्री का दावा, 70 दिनों में 25,000 नौकरियों में हुई भर्ती

तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने दावा किया कि राज्य में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार बनने के 70 दिनों के भीतर 25,000 नौकरी पदों पर भर्ती की गई

तेलंगाना के मुख्यमंत्री का दावा, 70 दिनों में 25,000 नौकरियों में हुई भर्ती
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हैदराबाद। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने गुरुवार को दावा किया कि राज्य में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार बनने के 70 दिनों के भीतर 25,000 नौकरी पदों पर भर्ती की गई।

एलबी स्टेडियम में आयोजित एक कार्यक्रम में गुरुकुलम में चयनित शिक्षकों को नियुक्ति आदेश सौंपने के बाद उन्होंने यह बात कही।

स्टेडियम एलबी में लगातार दूसरे दिन नियुक्ति पत्र देने का कार्यक्रम हुआ।

मुख्यमंत्री और मंत्रियों ने बुधवार को 13 हजार से अधिक नवनियुक्त पुलिस सिपाहियों को नियुक्ति पत्र सौंपा था।

मुख्यमंत्री ने इससे पहले नर्सिंग अधिकारियों और सिंगरेनी कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे थे।

रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि पिछली बीआरएस सरकार ने सरकारी विभागों में भर्ती की पूरी तरह से उपेक्षा की थी। उन्होंने टिप्पणी की कि राज्य में बीआरएस की नौकरी छूटने के बाद लोगों को तेलंगाना में नौकरियां मिलनी शुरू हो गईं।

उन्होंने कहा कि 30 लाख बेरोजगार युवाओं से किये गये वादे के अनुरूप कांग्रेस सरकार ने भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है।

उन्होंने आश्‍वासन दिया कि संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की तर्ज पर तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (टीएसपीएससी) के जरिए पारदर्शी तरीके से भर्ती की जाएगी। उन्होंने कहा कि ग्रुप I की परीक्षा जल्द ही आयोजित की जाएगी।

उन्होंने पूछा, "बीआरएस ने 3,650 दिनों तक सत्ता में रहने के बावजूद नौकरियां क्यों नहीं दीं।"

उन्होंने आरोप लगाया कि बीआरएस शासन के दौरान टांडास और दूरदराज के गांवों में 6,450 एकल शिक्षक स्कूल बंद कर दिए गए थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार जल्द ही "मेगा डीएससी" के जरिए शिक्षक भर्ती करेगी और सभी गरीबों के दरवाजे पर शिक्षा सुविधाएं प्रदान करेगी।

उन्होंने घोषणा की कि सभी गुरुकुलम स्कूलों को एक छतरी के नीचे लाया जाएगा।

एससी, एसटी और अल्पसंख्यकों के लिए गुरुकुलम स्कूल प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 20 एकड़ भूमि में एक परिसर में स्थापित किए जाएंगे।

सरकार इसे कोडंगल में एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लेगी और सभी विधानसभा क्षेत्रों में एक ही मॉडल लागू करेगी।

अधिकारियों को सभी निर्वाचन क्षेत्रों में गुरुकुलम स्थापित करने के लिए उपयुक्त स्थानों की पहचान करने का निर्देश दिया गया है।


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