Top
Begin typing your search above and press return to search.

तेलंगाना के भाजपा सांसद ने लंबाडा समुदाय को एसटी सूची से हटाने की मांग कर हंगामा खड़ा किया

तेलंगाना के एक भाजपा सांसद ने लंबाडा समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) की सूची से हटाने की मांग करके हलचल मचा दी है

तेलंगाना के भाजपा सांसद ने लंबाडा समुदाय को एसटी सूची से हटाने की मांग कर हंगामा खड़ा किया
X

हैदराबाद। तेलंगाना के एक भाजपा सांसद ने लंबाडा समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) की सूची से हटाने की मांग करके हलचल मचा दी है।

आदिलाबाद के सांसद सोयम बापू राव की मांग का लांबाडा समुदाय ने कड़ा विरोध जताया है। समुदाय के भगवा पार्टी के नेताओं ने भी उनकी टिप्पणियों की निंदा की है।

आदिलाबाद निर्वाचन क्षेत्र में कुछ स्थानों पर प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए और लोकसभा सदस्य के पुतले जलाए।

तीन दिन पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद बापू राव ने मांग की थी कि लंबाडा समुदाय को तेलंगाना में एसटी सूची से बाहर किया जाना चाहिए।

उन्होंने यहां तक कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वे एजेंसी इलाकों में मणिपुर के आदिवासी कुकियों की तर्ज पर विरोध प्रदर्शन शुरू करेंगे।

बापू राव की मांग ने भाजपा को मुश्किल में डाल दिया।

राज्य में लंबाडा समुदाय की आबादी लगभग 40 लाख है, वे आदिवासियों में बहुसंख्यक हैं।

रविवार को वारंगल दौरे के दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी का लंबाडा एसोसिएशन के नेताओं से आमना-सामना हुआ था।

उन्होंने पार्टी को बापू राव के बयान से दूर करने की कोशिश की और स्पष्ट किया कि यह सांसद का निजी विचार है। किशन रेड्डी ने सोमवार को फिर स्पष्ट किया कि आदिलाबाद सांसद के बयान से भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है।

उन्होंने कहा, ''यह सांसद की निजी राय है, भाजपा का रुख नहीं। उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।''

किशन रेड्डी ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा आदिवासियों के लिए आरक्षण बढ़ाने की योजना बना रही है और वादा किया है कि अगर सत्ता में आई तो भाजपा कोटा बढ़ाएगी।

उन्होंने आरोप लगाया कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) एसटी के लिए आरक्षण बढ़ाने के प्रति ईमानदार नहीं है, क्योंकि उसने इस मुद्दे को धर्म-आधारित आरक्षण के प्रस्ताव के साथ जोड़ दिया है।

2017 में राज्य विधानमंडल ने एसटी के लिए आरक्षण को उनकी जनसंख्या के अनुपात में 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 10 प्रतिशत करने के लिए एक विधेयक पारित किया था।

इसने पिछड़े मुसलमानों के लिए कोटा 4 से बढ़ाकर 12 प्रतिशत करने के लिए एक विधेयक भी पारित किया था।

दोनों विधेयकों को मंजूरी के लिए केंद्र के पास भेजा गया था।

चूंकि केंद्र ने इसकी मंजूरी नहीं दी, इसलिए राज्य सरकार ने पिछले साल एक आदेश पारित कर एसटी के लिए कोटा बढ़ा दिया।

एसटी के बीच गोंड समुदाय से आने वाले बापू राव को मजबूत विचारों के लिए जाना जाता है।

राज्य के कुछ हिस्सों में अतीत में लंबाडा (जिन्हें लंंबाडी और बंजारा भी कहा जाता है) और एजेंसी क्षेत्रों के गोंड या आदिवासी जनजातियों के बीच तनाव देखा गया था।

लंबाडा को 1978 में अविभाजित आंध्र प्रदेश में एसटी सूची में जोड़ा गया था।

हालांकि, आदिवासी जनजातियां इससे नाखुश हैं, क्योंकि उनका तर्क है कि लंबाडा एसटी के रूप में माने जाने की आवश्यकताओं को पूरा नहीं करते हैं।

बापू राव 'टुडुम देववा' से भी जुड़े हैं, जो एक आदिवासी संगठन है जो लंंंबाडा को एसटी सूची से बाहर करने के लिए लड़ रहा है।

अपनी इस मांग को लेकर भाजपा सांसद को पार्टी के अंदर ही विरोध का सामना करना पड़ रहा है।

पूर्व सांसद रवींद्र नाइक ने बापू राव के बयान में खामी निकाली और पार्टी नेतृत्व से उनसे स्पष्टीकरण मांगने का आग्रह किया।

कांग्रेस पार्टी के लंबाडा नेताओं ने भी हैदराबाद में भाजपा कार्यालय पर सांसद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।

उन्होंने बापू राव को पार्टी से तत्काल निलंबित करने की मांग की और कहा कि उनके खिलाफ उचित कार्रवाई करने में विफलता से तेलंगाना में मणिपुर जैसी स्थिति पैदा हो सकती है।

बीआरएस नेता रावुला श्रीधर रेड्डी ने कहा कि यह चौंकाने वाला है कि संसद का एक सदस्य, जिसने संविधान की शपथ ली है, ऐसी टिप्पणी कैसे कर सकता है।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सांसद दो समुदायों के बीच दुश्मनी पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it