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तेलंगाना विधानसभा भंग, साल के आखिर में चुनाव होने की संभावना

तेलंगाना में समयपूर्व विधानसभा चुनाव होगा क्योंकि राज्यपाल ने गुरुवार को राज्य मंत्रिमंडल की अनुशंसा पर तेलंगाना विधानसभा को गुरुवार को भंग कर दिया

तेलंगाना विधानसभा भंग, साल के आखिर में चुनाव होने की संभावना
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हैदराबाद। तेलंगाना में समयपूर्व विधानसभा चुनाव होगा क्योंकि राज्यपाल ने गुरुवार को राज्य मंत्रिमंडल की अनुशंसा पर तेलंगाना विधानसभा को गुरुवार को भंग कर दिया। इसके साथ ही, सत्ताधारी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने अपने तकरीबन सभी उम्मीदवारों की भी घोषणा कर दी।

तेलंगाना के राज्यपाल ई.एस.एल नरसिम्हन ने राज्य मंत्रिमंडल के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए विधानसभा को कार्यकाल पूरा होने से लगभग नौ महीने पहले ही भंग कर दिया।

उन्होंने मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव और उनकी मंत्रिपरिषद को कार्यवाहक सरकार के तौर पर काम जारी रखने के लिए कहा है।

करीब आधे घंटे तक चली मंत्रिमंडल की बैठक के बाद तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के प्रमुख चंद्रशेखर राव ने राज्यपाल से मुलाकात कर उनको विधानसभा भंग करने के मंत्रिमंडल के प्रस्ताव से अवगत कराया।

तेलंगाना विधानसभा का कार्यकाल मई 2019 तक था और सामान्य स्थिति में यहां चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ होने थे।

केसीआर के नाम से मशहूर टीआरएस प्रमुख ने मीडिया से बातचीत में विश्वास जाहिर किया कि तेलंगाना में विधानसभा चुनाव इस साल के अंत में होने वाले चार राज्यों के चुनावों के साथ होंगे।

उन्होंने कहा, "जहां तक मैं जानता हूं, चुनाव की प्रक्रिया अक्टूबर में शुरू होकर नवंबर में पूरी हो सकती है। चुनाव के नतीजे दिसंबर के पहले सप्ताह में आ सकते हैं।"

केसीआर ने दावा किया कि उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त से मुद्दे को लेकर बातचीत की है और मुख्य सचिव और राज्य सरकार के मुख्य सलाहकार की भी निर्वाचन आयुक्तों से बातचीत हुई है।

उन्होंने कहा कि राज्य में 'राजनीतिक कमजोरी' और विपक्ष की 'असीमित जड़ता' को समाप्त करने के लिए उन्होंने जनता की अदालत में जाने का फैसला लिया।

उन्होंने विकास के मार्ग में बाधक बनने के लिए मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस की आलोचना की।

उन्होंने इस बात से इनकार किया कि उनकी भारतीय जनता पार्टी के साथ नजदीकियां बढ़ रहीं हैं। उन्होंने कहा कि टीआरएस सौ फीसदी धर्मनिरपेक्ष है और धर्मनिरपेक्ष रहेगी।

केसीआर ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में मुलाकात की थी।

उन्होंने कहा कि मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) के साथ उनकी पार्टी का दोस्ताना रिश्ता रहेगा और इस बात से इनकार नहीं किया कि कुछ विधानसभा क्षेत्रों में उनके बीच दोस्ताना मुकाबला होगा।

केसीआर ने प्रदेश के 105 विधानसभा क्षेत्रों के लिए टीआरएस के उम्मीदवारों की भी घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान विधायकों में से सिर्फ दो को टिकट नहीं दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बाकी 14 विधानसभा क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा बाद में की जाएगी।


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