लालू का ऐलान : मोदी की घुड़कियों से डरने वाले नहीं, चाहे सीबीआई का भय दिखाएं, चाहे परिवार पर मुकदमा दर्ज करवायें
मैंने नीतीश जी को घोटाला नहीं करने दिया, इसलिए नीतीशजी सृजन घोटाले के अपने पुराने साथियों संग घोटाला करने दोबारा मिल गए – तेजस्वी

मैंने नीतीश जी को घोटाला नहीं करने दिया, इसलिए नीतीशजी सृजन घोटाले के अपने पुराने साथियों संग घोटाला करने दोबारा मिल गए – तेजस्वी
सृजन घोटाला सीधे तौर पर नीतीश के संरक्षण में हुआ है फिर CBI ने अबतक FIR क्यों नहीं की? NDA मे जाने की क्या यही डील थी?
भागलपुर 10 सितंबर। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने आज कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की घुड़कियों से डरने वाले नहीं हैं, चाहे उनके परिवार और उन पर मुकदमा दर्ज कराया जाये या केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) का भय दिखाया जाये।
श्री यादव ने बहुचर्चित सृजन घोटाले को लेकर पार्टी की ओर से यहां आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी की घुड़कियों से वह डरने वाले नहीं हैं, चाहे वे सीबीआई का भय दिखाए, चाहे मेरे परिवार पर मुकदमा दर्ज करवाये, इससे कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है।
बिहार के सृजन घोटाले को मुद्दा बनाकर लालू और उनके लालों ने बिहार सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सृजन के दुर्जनों का विसर्जन करने के लिए आज पूरा लालू परिवार भागलपुर पहुंचा, जहां महाघोटाले के खिलाफ महारैली निकाल कर तेजस्वी और तेज प्रताप ने बीजेपी और नीतीश को जमकर घेरा।
सृजन घोटाला के खिलाफ भागलपुर में आरजेडी की महारैली में लालू परिवार ने जेडीयू और बीजेपी पर जमकर हमला बोला। रैली को संबोधित करते हुए पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी ने कहा कि हम सृजन के दुर्जनों का विसर्जन करने के लिए यहां आए हैं। इस रैली के जरिए हम जनता को नीतीश कुमार, सुशील मोदी समेत गिरिराज सिंह जैसे घोटालेबाजों की सच्चाई बताएंगे।
उन्होंने कहा कि 2006 से ही ये घोटाला चल रहा था लेकिन किसी ने कार्रवाई नहीं की। तत्कालीन सीएम नीतीश और डिप्टी सीएम सुशील मोदी इस घोटाले में शामिल रहे हैं।
इतना ही नहीं तेजस्वी ने आरएसएस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि। मोहन भागवत हाफ-माइंड हैं, वो बिना सोचे समझे देश के पीएम को अपने इशारों पर नचा रहे हैं।
जब लालू के बेटों ने बिहार सरकार पर इतना जोरदार हमला बोला तो, भला पिता कैसे चुप रहे जाते। लालू ने मंच पर आते ही सीधा नीतीश को निशाने पर लेते हुए कहा कि सृजन घोटाला चारा घोटाले से भी बड़ा है इससे देश-दुनिया के लोग चकित हैं। अगर मामले की सही जांच नहीं की जाएगी, तो हम लोग उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे।
बाद में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि भागलपुर मे "सृजन घोटाला के दुर्जनों के विसर्जन" के लिए आयोजित जनसभा में उमड़े जनसैलाब ने हमारी हौसला आफजाई की। नीतीश कुमार जी ही सृजन घोटाले के असली सृजनकार और घोटालेबाजों के सृजनहार हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश जी सिर से लेकर पैर तक सृजन घोटाले में धँसे हुए हैं, इसलिए गिड़गिड़ा कर मोदी जी के सामने पलटी मार जनादेश का अपमान कर अनैतिक सरकार बना ली।
तेजस्वी ने कहा कि नीतीश जी विकास पुरुष नामक फ़र्ज़ी चादर ओढ़े हुए है इस चादर के नीचे एक बहुत बड़ा भ्रष्टाचारी पुरुष छुपा हुआ है।
उन्होंने कहा कि नीतीश जी, अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए जनादेश और आवाम को दग़ा देने वाले सबसे बड़े सामाजिक भ्रष्टाचारी हैं।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जनता को दग़ा देने वाला नीतीश जी से बड़ा कोई राजनीतिक भ्रष्टाचारी इस संसार में पैदा नहीं हुआ?
उन्होंने कहा कि नैतिक भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह हैं नीतीश कुमार। अनैतिकता के कुकर्मों से भरी पड़ी है इनकी राजनीति।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सुशील मोदी ख़ुद मान रहे हैं कि उनके वितमंत्री रहते उनकी बहन की सृजन घोटाले में भागीदारी रही। ये ख़ुद इसमें शामिल हैं और नीतीशजी को हिस्सा देते हैं।
तेजस्वी ने कहा कि मैंने नीतीश जी को घोटाला नहीं करने दिया। सबसे बड़ी पार्टी थे। इसलिए नीतीशजी #सृजन घोटाले के अपने पुराने साथियों संग घोटाला करने दुबारा मिल गए।
उन्होंने कहा कि अगर सृजन घोटाला नहीं होता तो आज नीतीश जी BJP के साथ मजबूरी में नहीं होते। एक दूसरे का काला पाप छिपाने साथ आए हैं नीतीश जी और सुशील मोदी।
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि सृजन घोटाला सीधे तौर पर नीतीश के संरक्षण में हुआ है फिर CBI ने अबतक FIR क्यों नहीं की? NDA मे जाने की क्या यही डील थी?


