तेजस्वी यादव का बड़ा खुलासा, “मुख्यमंत्री अचेत, जमाई-पत्नी की सरकार चला रही है बिहार”
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज पटना में एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य सरकार पर तीखे हमले किए। उन्होंने नीतीश सरकार पर भ्रष्टाचार, रिश्तेदारवाद और सत्ता के दुरुपयोग के गंभीर आरोप लगाए। तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को "अचेत अवस्था" में बताया और पूछा कि क्या बिहार अब जमाई, दामाद और पत्नी की सरकार बन गई है
पटना। बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज पटना में एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य सरकार पर तीखे हमले किए। उन्होंने नीतीश सरकार पर भ्रष्टाचार, रिश्तेदारवाद और सत्ता के दुरुपयोग के गंभीर आरोप लगाए। तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को "अचेत अवस्था" में बताया और पूछा कि क्या बिहार अब जमाई, दामाद और पत्नी की सरकार बन गई है?
तेजस्वी ने मुख्यमंत्री पर सीधा हमला बोलते हुए कहा- “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अचेत अवस्था में हैं, उन्हें नहीं पता कि उनके नाक के नीचे क्या हो रहा है।”
“बिहार की विधि व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है, रिटायर्ड अधिकारी राज्य चला रहे हैं।”
यादव ने आगे भ्रष्टाचार और पोस्टिंग घोटाले पर भी नीतीश सरकार को जमकर घेरा और कहा कि “ट्रांसफर-पोस्टिंग में चढ़ावे के हिसाब से पद दिए जाते हैं।”
“मुख्यमंत्री आवास तक भ्रष्टाचार फैला है, वहां भी सौदेबाजी होती है।”
तेजस्वी ने बिहार सरकार को आगे कहा कहा - रिश्तेदारों को मलाईदार पद भी दिया गया।
“जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष की बेटी को बिना अनुभव के सुप्रीम कोर्ट में एडवोकेट जनरल बना दिया गया।”
“डीके बोस की पत्नी को महिला आयोग में सदस्य बनाया गया, पति का नाम छिपाकर पिता का नाम लिखा गया।”
“सरकार में बेटा-दामाद-पत्नी को ‘रबड़ी’ की तरह बांटा जा रहा है।”
तेजस्वी यादव ने सरकार से 5 तीखे सवाल भी पूछे :-
1. कितने अधिकारियों की पत्नियों को सरकारी नौकरी मिली है?
2. सरकारी शिक्षा को बर्बाद कर कितने अफसरों के बच्चे विदेश पढ़ने भेजे गए?
3. कितने अफसरों के बच्चे कंसल्टेंसी फर्म बनाकर बिहार सरकार से सेवा ले रहे हैं?
4. कितने अफसरों ने जमीनों में निवेश किया है?
5. क्या सरकार सिर्फ चहेतों और रिश्तेदारों के लिए है?
नवीन आयोग पर तंज:
“मुख्यमंत्री से आग्रह है कि जमाई आयोग भी गठित किया जाए।”
लालू यादव पर नोटिस के सवाल पर जवाब देते हुए तेजस्वी ने कहा -“राज अनुसूचित जाति आयोग की नोटिस का जवाब दिया जाएगा, हम डरने वाले नहीं।”
जहां पक्ष और विपक्ष दोनों में कड़ी टक्कर देखी जा रही है। 2025 में सत्ता पर काबिज होने के लिए राजनैतिक दल सभी तरह के हथकंडे अपनाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते। सभी दल अपनी ज़मीन मज़बूत करने में लगे है।


