पिता की छाया से बाहर आकर सभी बेनामी संपत्ति को सरकार को सौंपे तेजस्वी: सुशील मोदी
बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि महज 28 वर्ष की उम्र में इतनी सारी सम्पति के जब्त होने का रिकार्ड बनाने वाले विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव

पटना। बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि महज 28 वर्ष की उम्र में इतनी सारी सम्पति के जब्त होने का रिकार्ड बनाने वाले विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव को अपने पिता राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की छाया से बाहर आकर उन सभी बेनामी संपत्ति को सरकार को सौंपने की घोषणा करनी चाहिए।
जब्त सम्पत्ति सरकार को सौंपने की घोषणा करें तेजस्वी pic.twitter.com/zhiEbixFDL
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) June 13, 2018
भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के वरिष्ठ नेता श्री मोदी ने यहां कहा कि राजद अध्यक्ष यादव पर तो 50 वर्ष की उम्र में भ्रष्टाचार का आरोप लगा था लेकिन प्रतिपक्ष के नेता श्री यादव तो उनके उस रिकार्ड को भी तोड़ कर 28 वर्ष की उम्र में ही 28 से ज्यादा बेनामी सम्पत्ति हासिल करने के आरोप में घिर चुके हैं। उन्होंने कहा कि संभवतः प्रतिपक्ष के नेता यादव देश के अकेला ऐसा नेता हैं जिनकी इतनी सारी संपत्ति जब्त हो चुकी है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जब्त संपत्ति के मामले को लेकर न्यायालय जाने की बात करने वाले प्रतिपक्ष के नेता श्री यादव उप मुख्यमंत्री की अपनी कुर्सी गंवाने के एक साल के बाद भी क्यों नहीं बता पा रहे हैं कि पटना के रूपसपुर स्थित इस कीमती 3 एकड़ जमीन का मालिक कैसे बने । रेलमंत्री के पद पर रहते हुए अपने पिता लालू प्रसाद यादव की कृपा से क्रिकेट की आईपीएल टीम में एक्सट्रा प्लेयर के रूप में शामिल तेजस्वी यादव ने कभी कोई मैच नहीं खेला, न ही क्रिकेट में ऐसी कोई शोहरत हासिल की, न पढ़ाई पूरी की और न ही कोई नौकरी- व्यवसाय किया फिर पटना में करोड़ों रूपये की तीन एकड़ जमीन के वे मालिक कैसे बन गए ।
मोदी ने कहा कि राजद अध्यक्ष का दावा रहा है कि वे बहुत ही गरीब परिवार में पैदा हुए थे। ऐसे में तेजस्वी यादव को विरासत में कोई अकूत संपत्ति जब मिली नहीं तो फिर 28 वर्ष की उम्र में 28 से ज्यादा संपत्ति के मालिक वह कैसे बन गए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोग इस सच्चाई को जानना चाहते हैं ।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या कारण है कि नोटबंदी के महज 4 दिन बाद डिलाइट मार्केटिंग का नाम बदल दिया गया । इसके बाद इस कम्पनी का नाम ‘लारा प्रोजेक्ट’ कर सरला गुप्ता एवं अन्य की जगह राजद अध्यक्ष श्री यादव की पत्नी एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती राबड़ी देवी और उनके पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव इस कम्पनी के निदेशक बनकर करोड़ों रूपये की जमीन के मालिक बन गए ।
मोदी ने कहा है कि प्रतिपक्ष के नेता श्री यादव को घोषणा करनी चाहिए कि उनको कानून की समझ नहीं थी और उनके पिता राजद अध्यक्ष ने उन्हें अपने भ्रष्टाचार का साझीदार बना कर फंसा दिया। ऐसे में अब वे अपनी तमाम बेनामी संपत्ति सरकार को वापस कर रहे हैं, ताकि सरकार वहां अस्पताल, स्कूल और अनाथालय आदि का निर्माण करा सके। इससे समाज के सभी लोगों का भला होगा ।


