इटावा में झोलाछाप डाक्टर के इलाज से किशोरी की मृत्यु
उत्तर प्रदेश में इटावा जिले के चौबिया क्षेत्र में झोलाछाप डाक्टर के इलाज से एक किशोरी की मृत्यु होने का मामला प्रकाश में आया है

इटावा। उत्तर प्रदेश में इटावा जिले के चौबिया क्षेत्र में झोलाछाप डाक्टर के इलाज से एक किशोरी की मृत्यु होने का मामला प्रकाश में आया है।
सूत्रों के अनुसार जगन्नाथपुरा निवासी ऐवरन की 17 साल की बेटी रिंकी को बुखार आने पर शुक्रवार को जालिमपुरा चौराहे पर स्थित एक छोलाछाप डाक्टर के दवाखाने पर ले लेकर गये थे। झोलाछाप डाक्टर ने रिंकी का इलाज शुरु कर दिया लेकिर उसे आराम नहीं मिला ।
झोलाछाप पैसे ऐंठने के चक्कर में परिजनों को दिलासा देते तीन दिन तक उसका इलाज करता रहा । तेज बुखार में ग्लुकोज चढ़ाने पर उसकी हालत ज्यादा खराब हुई तो परिजन उसे लेकर सैफई पीजीआई पहुंचे जहां पर उसका इलाज किया गया ।
बिगड़ी हालत को देखते हुए सैफई पीजीआई के डाक्टरों ने परिजनों से उस प्राइवेट डाक्टर से बात कराने को कहा । जिससे यह पता चला कि किशोरी को उसने कौन सी दवा दी है । उसके भाई नीलेश कुमार ने जब छोलाछाप डाक्टर से बात करनी चाही तो उसने मोबाइल बंद कर लिया । परिजन जब उसकी दुकान पर पहुंचे तो उनके साथी गाली गलौज की और दवाखाना बंद करके भाग गया । उसी दौरान रात को इलाज के दौरान किशोरी की सैफई पीजीआई में मौत हो गई ।
इस बीच इटावा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी अनिल कुमार अग्रवाल का कहना है कि किसी डाक्टर के इलाज से किशोरी की मौत का मामला उनके संज्ञान मे आया है। इस संबध मे स्थानीय चिकित्सा अधिकारी से पूरी रिर्पोट मांगी गई है।


