किसानों के ऋण माफी योजनाओं की समीक्षा के लिए बुंदेलखंड आयेगी टीम
उत्तर प्रदेश सरकार की ऋण माफी योजना के तहत यूं तो हजारों किसानों का कर्ज माफ किया गया है लेकिन अब भी कई किसान योजना का लाभ मिलने की बांट जोह रहे हैं

झांसी। उत्तर प्रदेश सरकार की ऋण माफी योजना के तहत यूं तो हजारों किसानों का कर्ज माफ किया गया है लेकिन अब भी कई किसान योजना का लाभ मिलने की बांट जोह रहे हैं। इन किसानों के ऋण माफी में हो रही देरी के कारणों तथा अन्य अनियमितताओं की जांच के लिए चार सदस्यीय एक दल आने वाला है।
जिला कृषि अधिकारी दुर्गेश कुमार सिंह ने बताया कि टीम किस गांव में जाएगी इसका फैसला अंतिम समय में लिया जाएगा । निदेशक विनोद कुमार की अध्यक्षता में गठित समिति के सदस्य उप निदेशक संस्थागत वित्त शिवशंकर, उपायुक्त उप निबंधक आरके मिश्रा एवं मुख्य प्रबंधक पीएनबी अनिल तिवारी 12 फरवरी को झांसी आ जाएंगे।
पहले दिन यह टीम झांसी, 13 फरवरी को ललितपुर एवं 14 फरवरी को जालौन जिले में आवेदनों की समीक्षा कर यह देखेगी कि आखिर उन्हें ऋण माफी योजनाअ का लाभ किसानों को क्यों नहीं दिया गया साथ ही किसी गांव या बैंक का औचक निरीक्षण कर किसानों से फीडबैक लिया जाएगा।
राज्य सरकार ने एक लाख तक के बकायादार किसानों का तीन चरणों में ऋण माफ किया था। इसके लिए बैंकों से सूची मांगी गई थी और किसानों से भी आवेदन करने को कहा गया था। निर्धारित तिथि तक जितने किसानों ने आवेदन किया उन्हें योजना का लाभ दिया गया।
कैंप लगाकर लाभान्वित किसानों को ऋण माफी प्रमाणपत्र बांटे गए। इसी के साथ विवाद भी शुरू हो गया।
कई किसानों ने दावा ठोंका कि पात्रता के बावजूद उन्हें योजना का लाभ नहीं दिया गया है। इस तरह के आरोप लगाने वालों को नए सिरे से आवेदन करने का मौका दिया गया। इन दावों की जांच करने के लिए शासन ने चार सदस्यीय दल को हकीकत जांचने के लिए नियुक्त किया है।


