मेट्रो के डिब्बो की जांच के लिए तकनीकी इंजीनियर के साथ चीन पहुंची टीम
नोएडा, ग्रेटरनोएडा मेट्रो ट्रेक पर दौड़ने वाली ट्रेनो की जांच के लिए सोमवार को एनएमआरसी के निदेशक के साथ चार सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल चीन पहुंच गया

नोएडा। नोएडा, ग्रेटरनोएडा मेट्रो ट्रेक पर दौड़ने वाली ट्रेनो की जांच के लिए सोमवार को एनएमआरसी के निदेशक के साथ चार सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल चीन पहुंच गया। यहा भविष्य में आने वाले मेट्रो कोच की जांच की जाएगी। इनकी तकनीकी जांच के लिए डीएमआरसी के चीफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर संजय कूपा भी इस टीम में शामिल है। जांच पड़ताल रिपोर्ट वैरीफाई करने के बाद कोचेस को चाइना के बंदरगाह से देश के लिए रवाना कर दिया जाएगा।
29.7 किलोमीटर लंबे ट्रेक पर नोएडा से ग्रेटरनोएडा तक मेट्रो टै्रक तैयार किया गया है। यहा 22 स्टेशन बनाए गए है। इस टै्रक पर जनवरी में ट्रायल किया जाएगा। तीन माह ट्रायल के लिए डीएमआरसी द्वारा सुरक्षा मानकों की जांच की जाएगी। प्रत्येक स्तर पर हरी झंडी मिलने के बाद अप्रैल-2018 से टै्रक पर मेट्रो का संचालन शुरू किया जाएगा। ऐसे में पहले चरण में एक ट्रेन चीन से देश भेजी जा चुकी है। यह ट्रेन अब सड़क मार्ग के जरिए ग्रेटर नोएडा डीपो पहुंच रही है।
अधिकारियों ने बताया एक सप्ताह में यह ट्रेन यहा पहुंच जाएगी। ऐसी ही चार ट्रेने और आनी है। जिनकी जांच के लिए एनएमआरसी के निदेशक आलोक टंडन के अलावा चार सदस्यीय टीम सोमवार को चाइना पहुंच गई है। वहां तीन दिन तक टीम रूकेगी। तीन दिन में बाकी के ट्रेनो के कोचेस की तकनीकी जांच की जाएगी। जांच रिपोर्ट तैयार होने के बाद वैरीफाई की जाएगी।
जांच में सब कुछ सहीं होने पर रवानगी के लिए हरी झंडी दे दी जाएगी। कयास लगाए जा रहे इस प्रक्रिया के बाद दिसम्बर के अंत तक बाकी के कोच देश के लिए रवाना कर दिए जाएंगे। यह कोच जनवरी के अंतिम सप्ताह या फरवरी में यहा पहुंच जाएंगे। ताकि ट्रायल के बाद संचालन के दौरान मुसाफिरों को दिक्कत न हो।


