एनडीपीएस अधिनियम के तहत फंसाने के मामले में जांच के लिए टीम गठित
मोगा एसएसपी गुरप्रीत सिंह तूर ने आज दो सदस्यीय टीम गठित कर एक युवक को एनडीपीएस अधिनियम के तहत फंसाने के मामले में जांच के आदेश दिये

मोगा। मोगा एसएसपी गुरप्रीत सिंह तूर ने आज दो सदस्यीय टीम गठित कर एक युवक को एनडीपीएस अधिनियम के तहत फंसाने के मामले में जांच के आदेश दिये।
पुलिस ने बताया कि जांच टीम में पुलिस अधीक्षक (जांच) वजीर सिंह खैरा और डीएसपी हरिंदर सिंह शामिल हैं।
पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खेहरा ने इस संबंध में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को पत्र लिखा था और मुख्यमंत्री कार्यालय से मोगा के एसएसपी को प्रकरण की जांच करवाने का निर्देश दिया गया था।
आरोप है कि परमिंदर सिंह को एनडीपीएस और शस्त्र अधिनियम के तहत झूठे मामले में फंसाया गया था। परमिंदर सिंह को 29 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। तब पुलिस ने उसके पास से 120 ग्राम नशीला पावडर और एक पिस्तौल बरामद करने का दावा किया था। वह इस समय न्यायिक हिरासत में है।
खेहरा ने आरोप लगाया था कि युवक की गिरफ्तारी की घटना सीसीटीवी में कैद हुई है। उन्होंने कहा कि घटना पंजाब पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती है।
इस बीच एसएसपी ने आज परमिंदर सिंह की मां करमजीत कौर से मुलाकात की और उन्हें इंसाफ दिलाने का आश्वासन दिया।


