लोकसभा अध्यक्ष के भोज से दूर रहीं तेदेपा और वाईएसआर
तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) और वाईएसआर कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा नहीं कराए जाने के बाद दोनों पार्टियों के सांसद सोमवार को लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा दिए गए अपराह्न भोज में शामि

नई दिल्ली। तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) और वाईएसआर कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा नहीं कराए जाने के बाद दोनों पार्टियों के सांसद सोमवार को लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा दिए गए अपराह्न भोज में शामिल नहीं हुए। वाईएसआर कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद विजय सांई रेड्डी ने आईएएनएस को बताया, "हमारे अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस को मंजूर नहीं किए जाने पर हमने अपराह्न भोज का बहिष्कार किया। अध्यक्ष ने कार्यवाही स्थगित कर दी जो कि नहीं होनी चाहिए थी। सदन को चलाने के लिए और कोशिशें होनी चाहिए थीं।"
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि तेदेपा और तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) सरकार के इशारे पर सदन की कार्यवाही में अड़चन पैदा कर रही थीं।
तेदेपा के लोकसभा सांसद थोटा नरसिम्हन ने कहा, "अध्यक्ष ने हमारे अविश्वास प्रस्ताव को नहीं लिया, इसलिए हम उनके अपराह्न भोज में शामिल नहीं होंगे।"
उन्होंने कहा कि तेदेपा सदन में इस पर बहस चाहती थी कि सरकार आंध्र प्रदेश के साथ न्याय क्यों नहीं कर रही है।
कट्टर प्रतिद्वंदी तेदेपा और वाईएसआर द्वारा लोकसभा में सोमवार को मोदी सरकार के खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव सदन बाधित होने के कारण चर्चा के लिए नहीं लिया जा सका। तीन सप्ताह से सरकार और विपक्ष के बीच तनाव कम नहीं हुआ है।
सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए बाधित होने के बाद दोपहर 12 बजे लोकसभा अध्यक्षा सुमित्रा महाजन ने अविश्वास प्रस्ताव को लाने के लिए कहा जिससे इस पर चर्चा शुरू हो सके। प्रस्ताव को पेश करने के लिए कम से कम 50 सदस्यों का समर्थन जरूरी था।


