जनवरी में टैक्स चोरों पर लगाया गया 10 करोड़ का जुर्माना
वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) चोरी का माल दिल्ली के व्यापारी नोएडा के बाजारों में धड़ल्ले से डंप कर रहे है

नोएडा। वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) चोरी का माल दिल्ली के व्यापारी नोएडा के बाजारों में धड़ल्ले से डंप कर रहे है। यह बात हम नहीं बल्कि, स्टेट जीएसटी की विशेष अनुसंधान शाखा (एसआइबी) की कार्रवाई बयां कर रही है।
जिसने पूरे माह सड़क पर ई-वे बिल के निरीक्षण को लेकर 10 हजार से अधिक संदिग्ध भार वाहनों की जांच की। इसमें चार सौ से अधिक भार वाहनों पर जीएसटी चोरी का माल इधर-उधर करने की पुष्टि हुई। इसमें टैक्स चोरों से करीब दस करोड़ रुपए की पेनाल्टी वसूली की गई।
बता दें कि इतने बड़े पैमाने पर जीएसटी चोरों की सक्रियता को देखते हुए स्टेट जीएसटी अधिकारियों ने इन पर अंकुश लगाने को मंथन शुरू कर दिया है।
जल्द ही नई रणनीति के साथ एसआईबी की टीम सड़क पर दिखाई देगी। स्टेट जीएसटी अधिकारियों के मुताबिक जुलाई 2017 में जीएसटी लागू होने के बाद 16 अगस्त स्टेट जीएसटी मुख्यालय की ओर से ई-वे बिल को लागू कर दिया गया। अक्टूबर तक स्टेट जीएसटी की एसआइबी ने नवम्बर से सड़क पर ई-वे बिल को लेकर जांच शुरू की। इस दौरान जीएसटी चोरी कर छिटपुट भार वाहनों को पकड़ा गया।
उनसे पेनाल्टी वसूली गई, लेकिन जनवरी में एसआइबी के दो ज्वाइंट कमिश्नर सहित नोएडा-ग्रेटर नोएडा छह मोबाइल टीमों ने कालिंदी कुंज, डीएनडी, सेक्टर-14, न्यू कोंडली, अशोक नगर, वसुंधरा इक्लेव, खोड़ा के सभी इंट्री प्वाइंटों पर जमकर धरपकड़ की। इस दौरान बहुत ही चौकाने वाले तथ्य सामने आए कि दिल्ली के व्यापारी बिना ई-वे बिल को डाउन लोड किए ही नोएडा के बाजारों में जीएसटी चोरी का माल डंप करने में जुटे थे।
पूरे माह अधिकारियों ने 10508 संदिग्ध वाहनों की जांच की, इसमें 419 ऐसे वाहनों पर कार्रवाई की गई है। जिस पर जीएसटी चोरी पूरी तरह से पुष्टि हो गई है। जिसने नौ करोड़ 95 लाख 23 हजार रुपये पेनाल्टी के रूप में सरकार के खाते में जमा कराया है।
0पांच गुना पेनाल्टी वसूली गई
स्टेट जीएसटी में यदि पिछले वर्ष इसी माह के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो वैल्यू एडेड टैक्स (वैट) चोरी में 288 भार वाहन पर कार्रवाई की गई थी। इसमें 1.96 करोड़ रुपए पेनाल्टी सरकार के खाते में जमा कराई गई थी। जबकि इस माह 419 जीएसटी चोर, 9,95,23000 रुपए पेनाल्टी शामिल रही।


