तमिलनाडु : तीन विधायकों का सदन से बहिर्गमन
तमिलनाडु में सरकार को समर्थन दे रहे विधायकाें ने बूचड़खानों के लिए पशुओं की बिक्री पर रोक लगाने के केंद्र के निर्णय को लेकर विधानसभा में मुख्यमंत्री के जवाब पर असंतोष जताते हुए आज से बहर्गमन कर दिया

चेन्नई। तमिलनाडु में सरकार को समर्थन दे रहे तीन विधायकाें ने बूचड़खानों के लिए पशुओं की बिक्री पर रोक लगाने के केंद्र के निर्णय को लेकर विधानसभा में मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी के जवाब पर असंतोष जताते हुए आज सदन से बहिर्गमन कर दिया।
विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद पशुओं की बिक्री पर रोक को लेकर मुख्यमंत्री के जवाब से नाराजगी जताते हुए विपक्षी दलों द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) और उसके सहयोगी दलों ने सदन से बहिर्गमन कर दिया।
इसके तुरंत बाद सरकार को समर्थन दे रहे तीन विधायकों ने भी श्री पलानीस्वामी के जवाब को लेकर असंतोष जताते हुए बहिर्गमन किया।
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम के बगावत करने के बाद अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम में दरार पड़ गयी थी।
श्री पलानीस्वामी को 234 सदस्यीय विधानसभा में 122 विधायकों का समर्थन मिला था और उन्हाेंने सहयोगी दलों के तीन विधायकों के समर्थन से विश्वास मत हासिल किया था जिन्होंने 2016 में अन्नाद्रमुक के चुनाव चिह्न से चुनाव लड़ा था।
विधानसभा के बाहर संवाददाताओं से बातचीत में तीनों विधायकों ने कहा कि एक लोकतांत्रिक देश में केंद्र सरकार को यह तय करने का अधिकार नहीं है कि लोगों को क्या खाना चाहिए।
पशुओं की खरीद-बिक्री पर किसी किस्म की रोक नहीं होनी चाहिए और राज्य सरकार को केंद्र के फैसले के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित करना चाहिए।


