तमिलनाडु चुनाव : परिवहन मंत्री विजयभास्कर को बालाजी से मिल रही कड़ी टक्कर
राज्य परिवहन मंत्री और अन्नाद्रमुक नेता एम.आर. विजयभास्कर को करूर विधानसभा क्षेत्र में द्रमुक नेता व करूर जिले के सचिव और पूर्व मंत्री वी. सेंथिल बालाजी से कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ रहा है

चेन्नई। तमिलनाडु के राज्य परिवहन मंत्री और अन्नाद्रमुक नेता एम.आर. विजयभास्कर को करूर विधानसभा क्षेत्र में द्रमुक नेता व करूर जिले के सचिव और पूर्व मंत्री वी. सेंथिल बालाजी से कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ रहा है। बालाजी अरुवरकुरुची निर्वाचन क्षेत्र से मौजूदा विधायक भी हैं। बालाजी अन्नाद्रमुक की ओर से करूर के जिला सचिव थे और बाद में उन्होंने टी.टी.वी. दिनाकरन से अनबन के चलते पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
वह 2006 और 2011 में करूर निर्वाचन क्षेत्र से अन्नाद्रमुक पार्टी की ओर से विधायक रहे हैं और उन्हें प्रदेश के परिवहन मंत्री की जिम्मेदारी भी सौंपी गई थी। बालाजी बाद में द्रमुक में शामिल हो गए और आगामी विधानसभा चुनाव में अन्नाद्रमुक उम्मीदवार के लिए कड़ी चुनौती बने हुए हैं।
विजयभास्कर ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "मैंने निर्वाचन क्षेत्र में कई विकास परियोजनाओं का काम किया है और यहां मेरी जीत निश्चित है। मुझे इस निर्वाचन क्षेत्र में कोई खतरा नहीं है और अन्नाद्रमुक यहां आसानी से जीत रही है।"
बालाजी और विजयभास्कर बेशक अन्नाद्रमुक में सहयोगी के तौर पर रहे हों, मगर उन्हें हमेशा से ही कट्टर प्रतिद्वंद्वी माना जाता रहा है। बालाजी ने 2019 में अरुवरकुरुची निर्वाचन क्षेत्र में हुए उप-चुनाव में जीत हासिल की थी।
राजनीतिक विश्लेषक और वरिष्ठ पत्रकार सेंथिलनाथन ने आईएएनएस को बताया, करूर में चुनावी लड़ाई कठिन होने वाली है, क्योंकि सेंथिल बालाजी और विजयभास्कर दोनों के बीच दरार है। बेशक वे अन्नाद्रमुक में साथ थे, मगर यह तनातनी अब तक जारी है। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि दोनों इस सीट से जीते हैं और लोकप्रिय नेता भी हैं। हालांकि, अन्नाद्रमुक उम्मीदवार के पास थोड़ी बढ़त है, मगर आने वाले दिनों में इस धारणा में बदलाव भी हो सकता है।
तमिलनाडु में छह अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनाव में करूर सीट पर कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है। यह देखना काफी रोमांचक होगा कि इस सीट से किसे चुना जाएगा, क्योंकि दोनों नेताओं के लिए यह क्षेत्र एक गढ़ रहा है।


