पथराव और गोलियों के माहौल में बातचीत संभव नहीं: महबूबा
जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आज कहा कि कश्मीर के मौजूदा हालात को सुधारने के लिए बातचीत ही एक मात्र रास्ता है
नयी दिल्ली। जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आज कहा कि कश्मीर के मौजूदा हालात को सुधारने के लिए बातचीत ही एक मात्र रास्ता है लेकिन पथराव और गोलियों के माहौल में ऐसी कोई बातचीत संभव नहीं दिखाई देती।
मुफ्ती ने घाटी में आए दिन हो रही पत्थरबाजी की घटनाओं और बिगड़ते सुरक्षा हालात पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह से आज यहां मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा कि उन्हाेंने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री दोनों को कश्मीर के हालात की जानकारी दे दी है। स्थिति का समाधान केवल बातचीत से ही हो सकता है लेकिन पत्थरबाजी और गोलियों के बीच बातचीत संभव नहीं लगती। इसके लिए पहले महौल को बातचीत के लायक बनाना होगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के साथ बैठक में पत्थरबाजी ,सिंधु जल समझौते, हालिया चुनाव में कम मतदान प्रतिशत तथा कश्मीर में सुरक्षा हालातों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
दिल्ली में महबूबा मुफ्ती ने पीएम मोदी से की मुलाकात
उन्होंने जोर देकर कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने टकराव नहीं बल्कि सुलह की जिस नीति से कश्मीर समस्या के समाधान की बात कही थी उसका ही अनुसरण होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वाजपेयी की तरह मोदी भी बातचीत से समस्या का समाधान निकालने के पक्षधर हैं। वाजपेयी ने जहां बातचीत छोड़ी थी, फिर वहीं से बातचीत शुरु होनी चाहिए।
मुफ्ती ने पत्थरबाजी की घटनाओं पर कहा कि कश्मीर के कुछ युवा भ्रमित हो गए हैं जबकि कुछ को विदेशी मीडिया भड़का रहा है। इन्हें सही रास्ते पर लाने की कोशिश की जाएगी। यूनीफाइड कमान की कल होने वाली बैठक में इसपर चर्चा होगी।


