अफगानिस्तान में तालिबान ने सुरक्षा का भरोसा दिया
तालिबान फोर्स ने सोमवार को एक बयान में कहा कि अफगानिस्तान में विदेशी बलों के लिए काम करने वाले लोग सुरक्षित हैं

कबुल। तालिबान फोर्स ने सोमवार को एक बयान में कहा कि अफगानिस्तान में विदेशी बलों के लिए काम करने वाले लोग सुरक्षित हैं औेर उनको कोई खतरा नहीं है। तालिबान फोर्स ने कहा कि उन्हें देश नहीं छोड़ना चाहिए क्योंकि अंतरराष्ट्रीय सैनिकों की वापसी हो रही है। समाचार एजेंसी डीपीए ने बयान का हवाला देते हुए कहा, "वर्तमान में किसी को भी देश नहीं छोड़ना चाहिए। इस्लामिक अमीरात उन्हें परेशान नहीं करेगा।"
पिछले 20 वर्षों में दसियों हजार अफगानों ने अंतर्राष्ट्रीय बलों के साथ दुभाषियों, सुरक्षा गाडरें और अन्य क्षमताओं में सहायकों के रूप में काम किया है।
एक बार विदेशी सेना के जाने के बाद उन्हें तालिबान से जवाबी कार्रवाई का डर है।
कई लोगों ने देश छोड़ने के लिए विशेष वीजा के लिए आवेदन किया है।
दूतावास के आंकड़ों के मुताबिक, काबुल में अमेरिकी दूतावास में विशेष आव्रजन वीजा की मांग करने वाले लगभग 18,000 अफगानों के आवेदन लंबित हैं।
हजारों अन्य लोगों को पहले ही उन देशों में बसाया जा चुका है, जिनके साथ उन्होंने काम किया है।
अमेरिका के एक गैर सरकारी संगठन नो वन लेफ्ट बिहाइंड के अनुसार, 2016 से अब तक अमेरिकी सेना या उनके परिवार के सदस्यों के लिए स्थानीय कर्मचारियों के रूप में काम करने वाले लगभग 300 लोग मारे गए हैं।
विद्रोहियों ने कहा है कि अतीत में 'आक्रमणकारियों' के साथ काम करने वाले अफगान 'देशद्रोही' और 'गुलाम' हैं।
अब, विद्रोही समूह इन अफगानों से "अपने पिछले कार्यों के लिए पछतावा दिखाने" का आह्वान किया है और कहा है कि उन्हें भविष्य में ऐसी गतिविधियों में शामिल नहीं होना चाहिए।
सोमवार के बयान में कहा गया, "हमने उन्हें अपने दुश्मनों के रूप में देखा, जब वे सीधे हमारे दुश्मनों की श्रेणी में खड़े थे।"
"लेकिन वे दुश्मन के रैंकों को छोड़ दे और अपनी मातृभूमि में सामान्य अफगानों के रूप में रहने का विकल्प चुने, तो उन्हें किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।"


