पंजशीर पर तालिबान ने किया कब्जा
अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद पंजशीर के इलाक़े को छोड़कर पूरे अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हो चुका था। पंजशीर में तालिबान का लगातार विरोध किया जा रहा था ... लेकिन अब पंजशीर में लीड कर रहे अहमद मसूद ने युद्ध समाप्ति की घोषणा कर दी है ..और नॉर्दन एलायंस ने तालिबान के सामने घुटने टेक दिए .

अफगानिस्तान पर पूरी तरह से कब्जा करने के बाद भी तालिबान पंजशीर इलाके में अपनी पकड़ नहीं बना पाया था.. इस इलाके में लगातार तालिबान का विरोध किया जा रहा था .. जैसे ही अमेरिकी सेना की वापसी हुई वैसे ही तालिबान ने अपना रवैया दिखाना शुरू कर दिया औऱ पंजशीर पर भी अपनी नजरें गड़ा ली ...तालिबान औऱ नार्दन एलायंस के बीच यहां लड़ाई छिड़ी हुई थी..जब लड़ाई तेज हुई तो नॉर्दन एलाइंस ने अपने घुटने टेक दिए और युद्ध समाप्ति की घोषणा कर दी .. अफ़ग़ानिस्तान के पंजशीर में जारी संघर्ष के बीच तालिबान विरोधी नॉर्दन एलायंस को लीड कर रहे अहमद मसूद ने तालिबान को शांति वार्ता के लिए आमंत्रित किया औऱ एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि वो लड़ाई रोकने को तैयार हैं, अगर तालिबान हमले बंद कर दे. दरअसल पिछले करीब दो सप्ताह से भी अधिक समय से तालिबान इस घाटी को अपने कब्जे में लेने के लिए अहमद मसूद और अफगानिस्तान के पूर्व उप राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह की संयुक्त फौज के साथ लड़ाई कर रहा था.....इस जंग में दावा किया जा रहा है कि उसके प्रवक्ता फ़हीम दश्ती और कमांडर जनरल अब्दुल वदूद ज़ारा के साथ तालिबान जनरल और 13 बॉडीगार्ड की भी जान चली गई ...तालिबान ने इससे पहले भी दावा किया था कि उसने राजधानी बजारक में दाखिल होकर बहुत नुकसान पहुंचाया ..लेकिन एनआरएफ ने इस दावे को खारिज कर दिया था ...बता दें कि 1980 में सोवियत रूस के कब्जे और 1996 से 2001 के बीच तालिबान के शासन के दौरान भी पंजशीर ही विद्रोह का केंद्र रहा था ..लेकिन अब यहाँ भी तालिबानी कब्ज़ा हो गया है।


