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कोरोना संक्रमित होने पर ही ले कोरोना संबंधी दवाएं

कोरोना संक्रमण के संबंध में चिकित्सकों ने कहा है कि लोग कोरोना संक्रमित होने पर ही कोरोना संबंधी दवाएं लें

कोरोना संक्रमित होने पर ही ले कोरोना संबंधी दवाएं
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मुरैना। कोरोना संक्रमण के संबंध में चिकित्सकों ने कहा है कि लोग कोरोना संक्रमित होने पर ही कोरोना संबंधी दवाएं लें।

कोरोना संक्रमित होने के बाद घरों पर स्वास्थ्य लाभ ले रहे मरीजों की हौसला अफजाई के लिये मुरैना प्रशासन ने नवाचार करते हुये आज दोपहर गूगल मीट के माध्यम से 90 मरीजों को वर्चुअल बैठक से जोड़ कर देश-विदेश के डाक्टरों से रूबरू कराया। इसमें चिकित्सकों ने मरीजों के सवालों का बेहतर जबाव देते हुये स्पष्ट किया कि आम आदमी को सामान्य खांसी-जुकाम, बुखार के दौरान कोरोना की दवाईयां नहीं लेनी चाहिए, इनसे शारीरिक नुकसान की संभावना बनी रहती है। कोरोना से संक्रमित होने के बाद चिकित्सक की सलाह पर ही उपचार की दवाईयां लेनी चाहिए।

मुरैना जिला प्रशासन के इस नवाचार की रूपरेखा कलेक्टर बक्की कार्तिकेयन तथा जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी रोशन कुमार सिंह के मार्गदर्शन में तैयार की गई। जिसे संयुक्त कलेक्टर संजीव कुमार जैन ने मूर्तरूप दिया। इस बैठक में इग्लैंड से डा. शशिकांत, डा. सुधीन्द्र, डा. चांदनीभान, भोपाल से डा. जम्मूकुमार जैन, स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त संचालक ग्वालियर डा. एके दीक्षित तथा मुरैना से मुख एवं दन्त रोग विशेषज्ञ डा. संजय शर्मा ने होम आईसोलेट मरीजों को उपचार की विधि से अवगत कराया। सभी ने कोरोना से इलाज से पहले और इलाज के दौरान उपयोग की जाने वाली सावधानियों के विषय में जागरूक करते हुये कहा कि घर पर रहकर मास्क लगाकर लोगों से दो गज दूरी बनाकर कोरोना संक्रमण की चैन को आसानी से तोड़ा जा सकता है।

कोरोना के संबंध में सभी डाक्टरों ने स्पष्ट कर दिया कि मरीजों को प्रोटीन युक्त भोजन ग्रहण करना चाहिए। मरीजों द्वारा वैक्सीन के संबंध में पूछे गये सवाल के जबाव में कहा कि कोरोना मरीज स्वस्थ होने के दो हफ्ते के बाद वैक्सीन लगवा सकता है। इसी तरह आयुर्वेदिक उपचार को मानव की इम्युनिटी बढ़ाने में मददगार बताया। मुरैना जिला प्रशासन का यह नवाचार अत्यधिक सफल रहा। क्योंकि तीन सैकड़ा से अधिक मरीज इसमें जुडने के लिये बार-बार प्रयास करते रहे। क्षमता एक सैकड़ा की होने के कारण एक बार में चिकित्सक और प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा 90 मरीज लगातार जुड़े रहे।

जिला प्रशासन के इस प्रयास में चिकित्सकों ने मरीजों की समस्याओं का निदान किया। इससे मरीजों में भी उत्साह देखा गया। संभवत: यह प्रयास आगामी समय में पुन: किया जायेगा, जिससे कोरोना मरीजों को संबल मिलता रहे।


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