अफ़्रीकी स्वाइन फीवर का मामला सामने आने पर स्वीडन ने विशाल क्षेत्र को किया प्रतिबंधित
अधिकारियों ने घोषणा की है कि देश में अफ्रीकी स्वाइन बुखार का पहला मामला सामने आने के बाद मध्य स्वीडन में 800 वर्ग किलोमीटर काे प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है

स्टॉकहोम। अधिकारियों ने घोषणा की है कि देश में अफ्रीकी स्वाइन बुखार का पहला मामला सामने आने के बाद मध्य स्वीडन में 800 वर्ग किलोमीटर काे प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है।
स्वीडिश कृषि बोर्ड ने गुरुवार को कहा कि छोटे शहर फगेर्स्टा के आसपास के क्षेत्र में जंगल में प्रवेश निषिद्ध होगा। हालांकि, इलाके को खाली नहीं कराया जाएगा।
यह निर्णय अगस्त के अंत से क्षेत्र में मृत पाए गए सात जंगली सूअरों में से एक में अफ्रीकी स्वाइन बुखार का पता चलने के तुरंत बाद लिया गया । समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इस बीमारी से इंसानों को कोई खतरा नहीं है, लेकिन सुअर फार्मों के लिए यह विनाशकारी हो सकता है।
जंगल तक पहुंच को प्रतिबंधित करके, अधिकारियों को उस जोखिम को कम करने की उम्मीद है जो वायरस जूते, उपकरण और वाहनों पर फैल सकता है।
चूंकि यह वायरस कुत्तों से भी फैल सकता है, इसलिए मालिकों को अपने पालतू जानवरों को जंगल में जाने से रोकने होगा।
स्वीडिश नेशनल वेटरनरी इंस्टीट्यूट (एसवीए) की एसोसिएट प्रोफेसर एरिका चेनैस ने शिन्हुआ को बताया, "प्रतिबंध महीनों तक और संभवत: इससे भी लंबे समय तक रहेंगे।"
यूरोपीय खाद्य सुरक्षा प्राधिकरण (ईएफएसए) के अनुसार, यह बीमारी 2014 से यूरोपीय संघ में मौजूद है।
ईएफएसए के कार्यकारी निदेशक बर्नहार्ड यूआरएल ने मई में कहा, "पिछले दशक में, अफ्रीकी स्वाइन बुखार ने यूरोपीय संघ में सुअर पालन क्षेत्र पर नाटकीय प्रभाव डाला है, और स्थानीय और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्थाओं को बाधित करना जारी रखा है।"


