स्वराज इंडिया के 24 नामांकन रद्द, भाजपा के दो उम्मीदवारों पर गिरी गाज
दिल्ली राज्य चुनाव आयोग के कामकाज पर लगातार सवाल उठ रहे हैं और अब भाजपा व स्वराज इंडिया ने नामांकन रद्द किए जाने पर घेराव शुरू कर दिया है

राज्य चुनाव आयोग के कामकाज पर उठे सवाल
हस्ताक्षर मिलान न होने, कॉलम में टिक न करने जैसे मामूली गलतियों पर निरस्त किए परचे
नई दिल्ली। दिल्ली राज्य चुनाव आयोग के कामकाज पर लगातार सवाल उठ रहे हैं और अब भाजपा व स्वराज इंडिया ने नामांकन रद्द किए जाने पर घेराव शुरू कर दिया है।
बता दें कि भाजपा के वार्ड नंबर-3-ई त्रिलोकपुरी से व वार्ड नंबर 10-ई विनोद नगर में नामांकन मामूली चूक के चलते रद्द कर दिए गए। इस पर भाजपा नेताओं ने उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात की और कहा कि दिल्ली की अरविन्द केजरीवाल सरकार द्वारा निगम चुनावों के चुनाव अधिकारियों पर भाजपा के नामांकन पत्रों में छोटी छोटी कमियां निकाल कर नामंजूर करने का दबाव डाला जा रहा है।
सांसद मीनाक्षी लेखी, प्रदेश महामंत्री कुलजीत सिंह चहल, रविंद्र गुप्ता, राजेश भाटिया और अधिवक्ता अजय दिग्पाल ने राज्य चुनाव आयुक्त एसके श्रीवास्तव से मिलकर तुच्छ आधारों पर कुछ भाजपा के प्रत्याशियों के नामांकन पत्र अस्वीकार किये जाने पर विरोध दर्ज कराया।
श्री चहल ने बताया कि निगम में हार को देखते हुए ऐसा किया जा रहा है क्योंकि वार्ड-3-ई त्रिलोकपुरी महिला आरक्षित है, पर वहां भाजपा के प्रत्याशी का नामांकन इस आधार पर अस्वीकार कर दिया गया कि महिला, पुरूष कॉलम में टिक नहीं था। वहीं वार्ड 10.ई विनोद नगर में नामांकन इसलिये रद्द किया गया कि नामांकन पत्र में हस्ताक्षर नहीं हुये थे।
दूसरी ओर स्वराज इंडिया के 24 उम्मीदवारों के नामांकन तकनीकी कारणों की आढ में, गैरकानूनी ढंग से रद्द कर दिए जाने के आरोप लगाते हुए पार्टी नेताओं ने बताया कि इन 24 में 13 महिला उम्मीदवारों के नामांकन रद्द किए हैं। नामांकन रद्द करने का कारण भी अजीब है मसलन एक महिला उम्मीदवार ने टिक करके ये नहीं कहा कि मैं महिला हूँ, पुरुष नहीं हूं।
एक का इसलिए खारिज हुआ कि क्यूंकि उसने बाकि सभी जगह हस्ताक्षर किये लेकिन एक जगह छूट गया। दो का इसलिए खारिज किया गया क्योंकि दस प्रस्तावकों के हस्ताक्षर नहीं मिले। कई उम्मीदवारों के परचे इस लिए खारिज हुए कि उनके 10 प्रस्तावकों को साथ लेकर नहीं घुसने दिया। स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेन्द्र यादव ने भी चुनाव आयुक्त एसके श्रीवास्तव से भेंट की और नाराजगी जताई।
हालांकि यादव ने बताया कि आरओ कहा है कि वे अपने फैसलों की पुर्नसमीक्षा करें और सभी दो दर्जन उम्मीदवारों को नामांकन सुधारने का अवसर दिया जाएगा।


