चुनाव से ठीक पहले स्वामी प्रसाद के बेटे लिए गए हिरासत में
भाजपा से बागी व फाजिलनगर विधानसभा क्षेत्र से सपा के प्रत्याशी स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे अशोक मौर्य को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है

कुशीनगर। भाजपा से बागी व फाजिलनगर विधानसभा क्षेत्र से सपा के प्रत्याशी स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे अशोक मौर्य को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उन पर गैर जिले के निवासी होने के बावजूद फाजिलनगर विधानसभा क्षेत्र में वाहनों के साथ घूमने और पैसा बांटने का आरोप है। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम और पुलिस अधीक्षक सचिंद्र पटेल ने एक संयुक्त बयान में हालांकि कहना है कि स्वामी प्रसाद मौर्य की गिरफ्तारी नहीं हुई है। अशोक मौर्य की गिरफ्तारी की सूचना बिल्कुल गलत है। शाम को सूचना मिली थी कि फाजिलनगर के समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के बेटे द्वारा पैसा बांटा जा रहा है और प्रचार-प्रसार किया जा रहा है, जिसकी शिकायत पर तत्काल प्रभाव से मौके पर टीम पहुंची, जहां पर तीन गाड़ियां और सात-आठ लोग पाए गए।
जिलाधिकारी ने बताया कि प्रत्याशी के बेटे अशोक मौर्य को पूछताछ के लिए थाने लेकर पहुंची। उन्होंने बताया कि यह एमसीसी का उल्लंघन है। 48 घंटों के अंदर जो उस विधानसभा का मतदाता नहीं है, उसे वहां नहीं रहना चाहिए, पर अशोक मौर्य वहां पर पाए गए। जांच के बाद आगे की करवाई की जाएगी। इस बात की भी शिकायत मिली है कि उनके द्वारा प्रचार करते हुए पैसा बांटा जा रहा था। इसकी सत्यता भी पता की जा रही है।
डीएम ने बताया कि शिकायत पर टीम मौके पर पहुंची, जहां 3 गाड़ियां और 7 से 8 लोग मिले। अशोक मौर्य भी वहां मौजूद थे। इसके बाद टीम ने अशोक मौर्य को पूछताछ के लिए थाने लेकर पहुंची। डीएम ने बताया कि यह एमसीसी का उल्लंघन है। 48 घंटों के अंदर जो उस विधानसभा का मतदाता नहीं है, उसे वहां नहीं रहना चाहिए, पर अशोक मौर्य वहां पर पाए गए। जांच के बाद आगे को करवाई की जाएगी।
कुशीनगर में मंगलवार को स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले पर हमले का आरोप लगाया गया था। इसके बाद भाजपा व सपा के कार्यकर्ता आमने सामने आ गए थे। बवाल होने के बाद भाजपा सांसद व स्वामी प्रसाद मौर्य की पुत्री संघमित्रा खुलकर अपने पिता के पक्ष में आ गई थीं। अब स्वामी प्रसाद के पुत्र को हिरासत में लिए जाने के बाद कुशीनगर की राजनीति गरमा गई है।
सपा-भाजपा कार्यकर्ताओं में विवाद व पथराव के बाद भाजपा सांसद संघमित्रा ने भाजपा पर निशाना साथा था। मीडिया से रूबरू संघमित्रा ने कहा था कि महिला सुरक्षा की बात करने वाली भाजपा सरकार में उसके ही महिला सांसद को घेरने का प्रयास किया गया। फाजिलनगर की महिलाएं भाजपा को वोट नहीं करेंगी, अपने पिता के पक्ष में मत देने की बात भी कह डाली।


