स्वच्छ भारत का सपना देश के ही सहयोग से संभव: मोदी
मोदी ने स्वच्छता के लिए वैचारिक बदलाव लाने और इस पर राजनीति नहीं करने का अाह्वान करते हुए आज कहा कि श्रेष्ठ और स्वच्छ भारत का सपना देश की सवा सौ करोड़ आबादी के सहयोग से ही पूरा किया जा सकता है
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता के लिए वैचारिक बदलाव लाने और इस पर राजनीति नहीं करने का अाह्वान करते हुए आज कहा कि श्रेष्ठ और स्वच्छ भारत का सपना देश की सवा सौ करोड़ आबादी के सहयोग से ही पूरा किया जा सकता है।
मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन के तीन साल पूरा होने मौके पर यहां आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि स्वच्छ रहना हर देशवासी का स्वभाव है और इसको लेकर किसी तरह का मतभेद भी नहीं लेकिन बड़ा सवाल यही है कि इसकी पहल कौन करेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि तीन साल पहले उन्होंने जब यह कार्य हाथ में लिया था तो कई लोगों ने उनका मजाक उड़ाया था और आलोचना की थी लेकिन स्वच्छता की उन्होंने पहल की है और देश इस दिशा में आगे बढ रहा है।
उन्होंने कहा कि स्वच्छता को लेकर मजाक, आलोचना या राजनीति नहीं होनी चाहिए। सफाई को अपना दायित्व समझकर हर व्यक्ति, हर परिवार और पूरे समाज को इस काम में लगा रहना चाहिए। सफाई निरंतर होने वाली प्रक्रिया है और हर देशवासी को इस प्रक्रिया से खुद को जोड़े रखना चाहिए।
मोदी ने कहा कि कोई प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, सरकार, शासक या प्रशासक जितना भी जोर लगा ले स्वच्छता का का सपना पूरा नहीं कर सकते हैं। इसके लिए सब लोगों को हाथ बढ़ाना होगा।
उन्होंने कहा कि यदि देश की सवा सौ करोड़ आबादी सफाई को अपना दायित्व समझ कर काम करेंगे तो स्वच्छ और श्रेष्ठ भारत का सपना चुटकियों में पूरा हो जाएगा।


