सूझा आइडिया, भीड़ को हल्का कर दिया
मंगलवार को एक ही आइडिया से सड़क पर खड़ी भीड़ को हल्का कर दिया गया

गाजियाबाद। मंगलवार को एक ही आइडिया से सड़क पर खड़ी भीड़ को हल्का कर दिया गया। यह काम खुद जीडीए सचिव रवीन्द्र मधुकर गोडबोले ने किया। स्वागत कक्ष से आवेदक को प्रवेश दिया और फॉर्म देकर मुख्य गेट से निकाला गया। भीड़ हल्की हुई तो बैंकों की पब्लिक जीडीए जा पहुंची। फिर भीड़ जमा हो गई।
इसी बीच डीएम बस अड्डे पर जाम में फंस गई। वे जैसे तैसे जीडी पहुंची तो भीड़ को कम करने को कहा। उसके बाद सड़क पर जमा भीड़ को जीडीए परिसर में लाकर फॉर्म देकर पिछले गेट से बाहर निकालने का इंतजाम किया गया। इससे स्थिति कन्ट्रोल हुई। प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर जीडीए की ओर से शहर में डिमांड सर्वे फॉर्म खरीदने के लिए बनाए गए 5 सेंटरों पर मारामारी की नौबत हो रही है। जिनके खुद के घर हैं वे भी फॉर्म के लिए लाइन में खड़े हैं।
लोगों की भीड़ के चलते सड़कों पर जाम भी लग रहा है। कई बार अफरातफरी की नौबत भी आ जाती है। जीडीए के गार्ड लोगों को लाइन में लगाकर भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास करते हैं, बावजूद इसके कई बार लोग आपस में भिड़ जाते हैं। नवयुग मार्केट स्थित सेंटर पर हंगामे की नौबत रही। जीडीए के एक अधिकारी ने बताया कि कई ऐसे लोग भी आवेदन फॉर्म लेने पहुंच रहे हैं, जिनके पास पहले से ही घर है। जब उनसे पूछताछ की गई तो बहू और बेटे के नाम पर फॉर्म खरीदने की बात करने लगे। उन्होंने बताया कि 10 नवम्बर फॉर्म खरीदने की अंतिम तारीख है।
ऐसे में आने वाले दिनों में और अधिक मारामारी होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि जीडीए की ओर से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अभी तक 20 हजार से अधिक फॉर्म बेचे जा चुके हैं, जबकि कुल 40 हजार फॉर्म ही छपवाए गए हैं।


